जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे ट्रेनों और स्टेशनों को साफ बनाए रखने की कोशिश कर रहा है तो लोग गंदगी फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. लिहाजा, पश्चिम मध्य रेलवे ने बीते साल ये तय किया था कि अगर रेलवे स्टेशन परिसर पर कोई भी गंदगी करेगा तो उसके खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी. रेलवे को 1 साल से चलाए जा रहे इस अभियान से बहुत फायदा मिला है. अब ट्रेनों और स्टेशनों पर गंदगी न के बराबर दिखाई देती है.
17 लाख से अधिक का जुर्माना वसूला: इस वित्तीय साल अप्रैल 2022 से फरवरी 2023 तक गंदगी के विरुद्ध चलाए गए अभियान में कुल 12 हजार 485 व्यक्तियों के खिलाफ मामले पकड़े गए. इनसे कुल 17 लाख 28 हजार 590 रुपए जुर्माना वसूला गया. अकेले फरवरी माह में पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों मंडलों में कुल 1 हजार 660 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की गई और उनसे 2 लाख 34 हजार 300 रुपए बतौर जुर्माना वसूले गए. जुर्माने के साथ-साथ ऐसे लोगों को समझाइश भी दी जाती है और परिसर स्वच्छ रखने के लिए अनुरोध भी किया जाता है.
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सिगरेट-बीड़ी जुर्माने का बड़ा जरिया: जुर्माने का सबसे बड़ा जरिया बीड़ी और सिगरेट के रूप में सामने आया है. दरअसल, बीड़ी-सिगरेट की लत से परेशान लोग खुद को रोक नहीं पाते और स्टेशन या ट्रेन में यात्रा के दौरान धूम्रपान करते हैं. यही लोग रेलवे कर्मचारियों के आसान टारगेट रहते हैं. ऐसे लोगों पर रेलवे ने सबसे ज्यादा जुर्माना किया है. अच्छी बात यह है कि रेलवे की इस सतर्कता की वजह से आम लोगों को भी रेलवे स्टेशन पर बेहतर माहौल मिलने लगा है.
स्वास्थ्य के लिए भी सफाई जरूरी: रेलवे अधिकारियों का कहना है कि साफ-सफाई केवल परिसर सुंदर दिखने के लिए ही जरूरी नहीं है बल्कि स्वास्थ्य के हिसाब से भी आवश्यक है. रेलवे द्वारा जुर्माने और समझाइश का यह तरीका अगर दूसरे संस्थानों में भी सही ढंग से क्रियान्वित किया जाए तो लोग भी सुधरेंगे और परिसर में सफाई भी नजर आएगी.