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ठगों ने YONO एप के जरिए की लाखों की ठगी, साइबर स्टेट पुलिस कर रही जांच

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Published : Nov 23, 2020, 12:41 PM IST

Updated : Nov 23, 2020, 2:11 PM IST

जबलपुर में भारतीय स्टेट बैंक के करीब 11 खाताधारकों से एक ही तरह से ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें इसके साथ ही 42 लाख रुपए की ठगी की गई है.

Jabalpur
योनो ऐप से ठगी

जबलपुर। भारतीय स्टेट बैंक के करीब 11 खाताधारकों से एक ही स्टाइल से करीब 42 लाख रुपए की ठगी करने का बड़ा मामला सामने आया है. मामला शहडोल उमरिया जिले की तीन एसबीआई शाखाओं से जुड़ा हुआ है. खास बात यह है कि ठगी के इस मामले में जितने भी लोग शिकार हुए हैं, वह सभी सरकारी शिक्षक हैं और सभी ने एसबीआई के YONO ऐप के माध्यम से लोन क्रेडिट कार्ड व चेक बुक से आवेदन किया था.

बैंक कर्मी बन गए जालसाज

जालसाज ने बैंक कर्मी बनकर पीड़ितों से बात की और उनके खातों से लाखों रुपए की रकम निकाल ली, इस हाईप्रोफाइल ठगी की जांच शिकायत के बाद अब स्टेट साइबर सेल जबलपुर जोन की टीम ने शुरू कर दी है. सेल ने तीनों बैंक कर्मियों और जुड़े लोगों की सूची भी तैयार कर ली है.

योनो ऐप से ठगी

चेक बुक के लिए YONO ऐप से पूरी की थी प्रक्रिया

दरअलल शहडोल वार्ड नंबर 11 निवासी राजेश मिश्रा पेशे से शिक्षक हैं उनका व्यवहारी स्थित एसबीआई में सैलरी अकाउंट है, यह खाता पहले जयसिंहनगर में था जिसे 5 वर्ष पहले उन्होंने व्यवहारी में ट्रांसफर करा लिया. एकग वर्ष पहले बैंक की ओर से उन्हें YONO ऐप और पासवर्ड दिया गया. बैंक कर्मियों की ओर से बताया गया था कि बैंक संबंधी सारे काम आप इसी ऐप से कर सकते हैं. अगस्त 2020 में उन्होंने ऐप के माध्यम से चेक बुक का ऑर्डर किया गया, पर उन्हें चेक बुक नहीं मिलता है. 20 अगस्त को 7557804713 से उन्हें कॉल आता है बताया जाता है कि उनका चेक बुक जयसिंह नगर ब्रांच में आ चुका है.

ठग ने खुद को बताया बैंक मैनेजर

ठगबाज पीड़ित को खुद बैंक मैनेजर बन कर फोन करता है और बताता है कि उनका खाता जरूर व्यवहारी ट्रांसफर हो चुका है, लेकिन कुछ रिकॉर्ड अभी भी ट्रांसफर होना बाकी है और इन्हीं बाकी के रिकॉर्ड को ट्रांसफर करने के लिए उनसे कुछ जानकारी मांगी गई है, साथ ही ठग ने बैंक मैनेजर बनकर उनसे यह भी कहा कि आपकी चेक बुक जल्द ही घर पहुंच जाएगी.

बैंक मैनेजर की भूमिका भी संदिग्ध में पीड़ित का खाता नहीं किया होल्ड

पीड़ित ने साइबर पुलिस को शिकायत में बताया कि उन्होंने बैंक मैनेजर से लिंक मोबाइल नंबर बदलवाने के साथ खाते को होल्ड करने के लिए भी कहा था, पर मैनेजर ने मोबाइल नंबर तो बदल दिया है लेकिन खाते को होल्ड नहीं किया. उन्होंने इस मामले में शहडोल साइबर सेल में शिकायत भी की थी, जिसके बाद जब बैंक मैनेजर से साइबर पुलिस बात करती हैं तो बैंक मैनेजर का यह कहना होता है कि वह खाता होल्ड करना भूल गया था.

11 सिक्कों के साथ हो चुकी है करीब 42 लाख की ठगी

जिस तरह से शहडोल ब्यौहारी निवासी शिक्षक राजेश के साथ ठगी हुई है. ठीक उसी तरह से इससे पहले भी अभी तक 11 शिक्षकों के साथ 42 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें कि जयसिंह नगर और उमरिया जिले के पाली बिरसिंहपुर के 11 शिक्षक हैं, जिनके साथ यूनो ऐप के माध्यम से लगी हुई है.

एप या बैंक कर्मियों की मिलीभगत की जताई जा रही है अब आशंका

स्टेट साइबर सेल एसपी के शुक्ला के मुताबिक जालसाज ने बातचीत के लिए जो मोबाइल नंबर ब्लॉक किया है वह कोलकाता- झारखंड के बताया जा रहा है, जबकि बातचीत का जो लहजा है वो स्थानीय प्रतीत हो रहा है. इसमें YONO एप बैंक कर्मियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है. साइबर पुलिस यह भी आशंका जता रही है कि आखिर कैसे YONO ऐप से आवेदन करते ही जाल सालों तक इसकी जानकारी पहुंच रही है.

जयसिंह नगर, बिरसिंहपुर पाली और ब्योहारी स्थित एसबीआई बैंक के सभी कर्मी और YONO एप से जुड़े लोगों की जानकारी साइबर पुलिस ने मांगी है. कहा यह भी जा रहा है कि जल्द ही एक टीम तीनों बैंकों की जांच करने के लिए रवाना हो सकती है.

जबलपुर। भारतीय स्टेट बैंक के करीब 11 खाताधारकों से एक ही स्टाइल से करीब 42 लाख रुपए की ठगी करने का बड़ा मामला सामने आया है. मामला शहडोल उमरिया जिले की तीन एसबीआई शाखाओं से जुड़ा हुआ है. खास बात यह है कि ठगी के इस मामले में जितने भी लोग शिकार हुए हैं, वह सभी सरकारी शिक्षक हैं और सभी ने एसबीआई के YONO ऐप के माध्यम से लोन क्रेडिट कार्ड व चेक बुक से आवेदन किया था.

बैंक कर्मी बन गए जालसाज

जालसाज ने बैंक कर्मी बनकर पीड़ितों से बात की और उनके खातों से लाखों रुपए की रकम निकाल ली, इस हाईप्रोफाइल ठगी की जांच शिकायत के बाद अब स्टेट साइबर सेल जबलपुर जोन की टीम ने शुरू कर दी है. सेल ने तीनों बैंक कर्मियों और जुड़े लोगों की सूची भी तैयार कर ली है.

योनो ऐप से ठगी

चेक बुक के लिए YONO ऐप से पूरी की थी प्रक्रिया

दरअलल शहडोल वार्ड नंबर 11 निवासी राजेश मिश्रा पेशे से शिक्षक हैं उनका व्यवहारी स्थित एसबीआई में सैलरी अकाउंट है, यह खाता पहले जयसिंहनगर में था जिसे 5 वर्ष पहले उन्होंने व्यवहारी में ट्रांसफर करा लिया. एकग वर्ष पहले बैंक की ओर से उन्हें YONO ऐप और पासवर्ड दिया गया. बैंक कर्मियों की ओर से बताया गया था कि बैंक संबंधी सारे काम आप इसी ऐप से कर सकते हैं. अगस्त 2020 में उन्होंने ऐप के माध्यम से चेक बुक का ऑर्डर किया गया, पर उन्हें चेक बुक नहीं मिलता है. 20 अगस्त को 7557804713 से उन्हें कॉल आता है बताया जाता है कि उनका चेक बुक जयसिंह नगर ब्रांच में आ चुका है.

ठग ने खुद को बताया बैंक मैनेजर

ठगबाज पीड़ित को खुद बैंक मैनेजर बन कर फोन करता है और बताता है कि उनका खाता जरूर व्यवहारी ट्रांसफर हो चुका है, लेकिन कुछ रिकॉर्ड अभी भी ट्रांसफर होना बाकी है और इन्हीं बाकी के रिकॉर्ड को ट्रांसफर करने के लिए उनसे कुछ जानकारी मांगी गई है, साथ ही ठग ने बैंक मैनेजर बनकर उनसे यह भी कहा कि आपकी चेक बुक जल्द ही घर पहुंच जाएगी.

बैंक मैनेजर की भूमिका भी संदिग्ध में पीड़ित का खाता नहीं किया होल्ड

पीड़ित ने साइबर पुलिस को शिकायत में बताया कि उन्होंने बैंक मैनेजर से लिंक मोबाइल नंबर बदलवाने के साथ खाते को होल्ड करने के लिए भी कहा था, पर मैनेजर ने मोबाइल नंबर तो बदल दिया है लेकिन खाते को होल्ड नहीं किया. उन्होंने इस मामले में शहडोल साइबर सेल में शिकायत भी की थी, जिसके बाद जब बैंक मैनेजर से साइबर पुलिस बात करती हैं तो बैंक मैनेजर का यह कहना होता है कि वह खाता होल्ड करना भूल गया था.

11 सिक्कों के साथ हो चुकी है करीब 42 लाख की ठगी

जिस तरह से शहडोल ब्यौहारी निवासी शिक्षक राजेश के साथ ठगी हुई है. ठीक उसी तरह से इससे पहले भी अभी तक 11 शिक्षकों के साथ 42 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें कि जयसिंह नगर और उमरिया जिले के पाली बिरसिंहपुर के 11 शिक्षक हैं, जिनके साथ यूनो ऐप के माध्यम से लगी हुई है.

एप या बैंक कर्मियों की मिलीभगत की जताई जा रही है अब आशंका

स्टेट साइबर सेल एसपी के शुक्ला के मुताबिक जालसाज ने बातचीत के लिए जो मोबाइल नंबर ब्लॉक किया है वह कोलकाता- झारखंड के बताया जा रहा है, जबकि बातचीत का जो लहजा है वो स्थानीय प्रतीत हो रहा है. इसमें YONO एप बैंक कर्मियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है. साइबर पुलिस यह भी आशंका जता रही है कि आखिर कैसे YONO ऐप से आवेदन करते ही जाल सालों तक इसकी जानकारी पहुंच रही है.

जयसिंह नगर, बिरसिंहपुर पाली और ब्योहारी स्थित एसबीआई बैंक के सभी कर्मी और YONO एप से जुड़े लोगों की जानकारी साइबर पुलिस ने मांगी है. कहा यह भी जा रहा है कि जल्द ही एक टीम तीनों बैंकों की जांच करने के लिए रवाना हो सकती है.

Last Updated : Nov 23, 2020, 2:11 PM IST
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