जबलपुर। स्मार्ट सिटी के तहत कठौन्दा में करोड़ों रुपए खर्च कर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाया गया था, जो अब बदहाल हो चुका है. प्लांट में कचरे के जरिए बिजली पैदा करना उद्देश्य था, लेकिन भ्रष्टाचार का आलम यह है कि करोड़ों रुपए का यह प्लांट बदहाली के कगार पर पहुंच गया है.
लगातार मिल रही शिकायतों के बाद शुक्रवार को जबलपुर प्रवास के दौरान नगरीय निकाय मंत्री जयवर्धन सिंह, ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह और सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान कलेक्टर भरत यादव सहित नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद रहे.
निरीक्षण के दौरान मंत्रियों ने पाया कि प्लांट को सुचारू रूप से चलाने में कई खामियां हैं. लिहाजा नगरीय निकाय मंत्री ने जांच के निर्देश दिए हैं, कि आखिर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी प्लांट में क्या खामियां आ रही है.
प्लांट में आई खामियों को ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने भी स्वीकार किया. उन्होंने कहा जल्द ही कमियों को दूर किया जाएगा. कलेक्टर और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों सहित कमिश्नर को निर्देश दिए हैं कि प्लांट को लेकर जो भी खामियां रही हैं, उसे जल्द ही ठीक करें. उन्होंने कहा कि कचरा उठाने और उनके परिवहन में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसे जल्द ही ठीक किया जाएगा.