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अजब MP की गजब शिक्षा व्यवस्था, स्कूली बच्चों से कराई टॉयलेट साफ, कहा-यही तो है स्वच्छता अभियान

जबलपुर की बरगी विधानसभा क्षेत्र के छपरा प्राथमिक शाला का है. आरोप है कि स्कूल की शिक्षक सारिका बस्त्रे बच्चों से टॉयलेट साफ कराती है.

टॉयलेट साफ करते बच्चे
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Published : Jul 13, 2019, 12:10 AM IST

जबलपुर। ये तस्वीर मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर तमाचा और नौनिहालों से भद्दा मजाक. जिन हाथों में कापी पेन होनी चाहिए वो टॉयलेट साफ कर रहे हैं. तस्वीरें जबलपुर की बरगी विधानसभा क्षेत्र के छपरा प्राथमिक शाला का है. आरोप है कि स्कूल की शिक्षक सारिका बस्त्रे बच्चों से टॉयलेट साफ कराती है.

टॉयलेट साफ करते इन बच्चों से जब पूछा गया है कि उन्हें यह काम करने के लिए किसने कहा था. तो उन्होंने जवाब दिया बड़ी मैडम ने उन्हें टॉयलेट साफ करने के लिए कहा है.

टॉयलेट साफ करते बच्चे


बच्चों के साथ किए जा रहे इस व्यवहार के लिए जब जिला परियोजना अधिकारी से पूछा गया तो उनका भी जवाब सुन लीजिए.

जिला परियोजना अधिकारी ने कहा कि कई बार बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए इस तरह के कार्य करवाए जाते हैं, लेकिन इसमें शिक्षक भी सफाई करते हैं और आगे रहकर बच्चों को स्वच्छता के संबंध में सिखाते हैं. अब ये बात समझ से परे है कि जिन बच्चों को शिक्षा देना चाहिए उन्हें स्वच्छता अभियान का पाठ क्यों पढ़ाया जा रहा है.

जबलपुर। ये तस्वीर मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर तमाचा और नौनिहालों से भद्दा मजाक. जिन हाथों में कापी पेन होनी चाहिए वो टॉयलेट साफ कर रहे हैं. तस्वीरें जबलपुर की बरगी विधानसभा क्षेत्र के छपरा प्राथमिक शाला का है. आरोप है कि स्कूल की शिक्षक सारिका बस्त्रे बच्चों से टॉयलेट साफ कराती है.

टॉयलेट साफ करते इन बच्चों से जब पूछा गया है कि उन्हें यह काम करने के लिए किसने कहा था. तो उन्होंने जवाब दिया बड़ी मैडम ने उन्हें टॉयलेट साफ करने के लिए कहा है.

टॉयलेट साफ करते बच्चे


बच्चों के साथ किए जा रहे इस व्यवहार के लिए जब जिला परियोजना अधिकारी से पूछा गया तो उनका भी जवाब सुन लीजिए.

जिला परियोजना अधिकारी ने कहा कि कई बार बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए इस तरह के कार्य करवाए जाते हैं, लेकिन इसमें शिक्षक भी सफाई करते हैं और आगे रहकर बच्चों को स्वच्छता के संबंध में सिखाते हैं. अब ये बात समझ से परे है कि जिन बच्चों को शिक्षा देना चाहिए उन्हें स्वच्छता अभियान का पाठ क्यों पढ़ाया जा रहा है.

Intro:शिक्षा के मंदिर में नवनिहालो से कराई जा रही बाथरूम साफ,
बड़ी मेडम ने दिया बच्चों को बाथरूम साफ करने का फरमान,
छोटे छोटे नवनिहलो से हाथ ओर ब्रश से बाथरूम साफ,
वरगी विधानसभा के प्राथमिक शाला छपरा में सफाई के लिये बच्चों को किया जा रहा बाध्य,
इससे पहले भी बच्चों से बर्तन धुलवाने का मामला आया था सामने,
शिक्षिका सारिका बस्त्रे ने दी खबर न चलाने की धमकीBody:एंकर- जबलपुर की बरगी विधानसभा अंतर्गत छपरा प्राथमिक शाला में एक बार फिर बच्चों के साथ की जा रही लापरवाही की तस्वीरें सामने आई हैं। इस बार बच्चों से शौचालय की सफाई करवाई जा रही थी। कक्षा में पढ़ने की बजाय शिक्षिका के आदेश पर दो बच्चे हाथ से शौचालय साफ करते हुए दिखाई दिए। बच्चों से पूछने पर उन्होंने बताया कि बड़ी मैडम ने उन्हें शौचालय साफ करने के लिए कहा था। बच्चों के साथ किए जा रहे इस व्यवहार के लिए जब जिला परियोजना अधिकारी से पूछा गया तो उनका कहना था कि कई बार बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए इस तरह के कार्य करवाए जाते हैं, लेकिन इसमें शिक्षक भी सफाई करते हैं और आगे रहकर बच्चों को स्वच्छता के संबंध में सिखाते हैं।

बाइट- डी. पी. चतुर्वेदी, डीपीसीConclusion:अब यह बात समझ से परे है कि यदि छपरा प्राथमिक स्कूल में स्वच्छता के प्रति बच्चों को प्रशिक्षण दिया जा रहा था तो शिक्षक और बाकी बच्चे कहां थे उन्होंने सफाई क्यों नहीं की। इसके मानक क्या हैं बच्चों को सुरक्षा के क्या उपकरण दिए जाने चाहिए। इस संबंध में जब डीपीसी से पूछा गया तो उनकी जुबान बंद हो गई।
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