ETV Bharat / state

शहीद अश्विनी के पिता ने आतंकवाद के खिलाफ सरकार की कार्रवाई पर उठाए सवाल

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवान अश्विनी काछी के पिता ने  के घर ये होली मायूसी भरी रही.

शहीद अश्वनी काछी
author img

By

Published : Mar 22, 2019, 11:58 PM IST

जबलपुर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवान अश्विनी काछी के पिता ने के घर ये होली मायूसी भरी रही. शहीद के पिता ने आतंकवाद के खिलाफ की गई कार्रवाई के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

वहीं शहीद के पिता का कहना है कि आतंकवाद को खत्म करने में सरकार ने पुख्ता कदम नहीं उठाया है. तभी हमारे जवान शहीद हो रहे हैं. पुलवामा हमले को 38 दिन हो गए हैं. इस बीच भारत सरकार में आतंकवाद को खत्म करने के लिए एयर स्ट्राइक जैसी बड़ी कार्रवाई करने का दावा किया लेकिन शहीद के पिता सरकार के दावों पर भरोसा नहीं कर रहे हैं.


उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने इतनी बड़ी कार्रवाई की है तो अभी भी सीमा पार से आतंकवादी कैसे आ रहे हैं. वहीं उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर यह सीमा पार के आतंकवादी नहीं है, तो फिर कश्मीर में रहने वाले लोग ही आतंक फैला रहे हैं. फिर सरकार कश्मीर में रहने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करती.


बता दें गांव में जिन घरों में उस साल किसी की मृत्यु हो जाती है, उन घरों में गांव के लोग होली के दिन मिलने जाते हैं. जिससे परिवार वालों की तकलीफ को कम किया जा सके. उसी तरह शहीद के घर में गांव के लोगों ने साउंड बॉक्स रखे हुए थे और इनमें देशभक्ति के गीत बजाए जा रहे थे.

जबलपुर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवान अश्विनी काछी के पिता ने के घर ये होली मायूसी भरी रही. शहीद के पिता ने आतंकवाद के खिलाफ की गई कार्रवाई के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

वहीं शहीद के पिता का कहना है कि आतंकवाद को खत्म करने में सरकार ने पुख्ता कदम नहीं उठाया है. तभी हमारे जवान शहीद हो रहे हैं. पुलवामा हमले को 38 दिन हो गए हैं. इस बीच भारत सरकार में आतंकवाद को खत्म करने के लिए एयर स्ट्राइक जैसी बड़ी कार्रवाई करने का दावा किया लेकिन शहीद के पिता सरकार के दावों पर भरोसा नहीं कर रहे हैं.


उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने इतनी बड़ी कार्रवाई की है तो अभी भी सीमा पार से आतंकवादी कैसे आ रहे हैं. वहीं उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर यह सीमा पार के आतंकवादी नहीं है, तो फिर कश्मीर में रहने वाले लोग ही आतंक फैला रहे हैं. फिर सरकार कश्मीर में रहने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करती.


बता दें गांव में जिन घरों में उस साल किसी की मृत्यु हो जाती है, उन घरों में गांव के लोग होली के दिन मिलने जाते हैं. जिससे परिवार वालों की तकलीफ को कम किया जा सके. उसी तरह शहीद के घर में गांव के लोगों ने साउंड बॉक्स रखे हुए थे और इनमें देशभक्ति के गीत बजाए जा रहे थे.

Intro:पुलवामा हमले मैं शहीद हुए अश्विनी काछी के पिता का कहना आतंकवाद को खत्म करने में सरकार ने पुख्ता काम नहीं किया अब भी क्यों मर रहे हैं जवान होली के मौके पर गांव के लोगों ने शहीद परिवार के साथ मिलकर खेले होली


Body:जबलपुर पुलवामा के आतंकी हमले में जबलपुर के खुड़ाबल गांव के अश्वनी काछी भी शहीद हुए थे होली के मौके पर जहां लोगों के घरों में रंग गुलाल और मौज मस्ती चल रही थी वहीं अश्वनी के घर गांव के लोग फाग लेकर पहुंचे थे गांव में जिन घरों में बीते साल में किसी की मृत्यु हो जाती है उन घरों में गांव के लोग होली के दिन मिलने आते हैं ताकि परिवार वालों की तकलीफ को कम किया जा सके

पुलवामा हमले को 38 दिन हो गए हैं इस बीच में भारत सरकार में आतंकवाद को खत्म करने के लिए एयर स्ट्राइक जैसी बड़ी बड़ी कार्यवाहीया करने का दावा किया है लेकिन जबलपुर के शहीद अश्विनी काछी के पिता सरकार के दावों पर भरोसा नहीं कर रहे हैं
उनका कहना है कि यदि सरकार ने इतनी बड़ी कार्यवाहीया की है तो अभी भी सीमा पार से आतंकवादी कैसे आ रहे हैं और यदि यह सीमा पार के आतंकवादी नहीं है तो फिर कश्मीर में रहने वाले लोग ही आतंक फैला रहे हैं फिर सरकार कश्मीर में रहने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं करती

शहीद के घर में गांव के लोगों ने साउंड बॉक्स रखे हुए थे और इनमें देशभक्ति के गीत बजाए जा रहे थे वहीं पुलवामा हमले पर कुछ लोकगीत इंटरनेट के जरिए इन लोगों को मिल गए हैं उनको सुनते सुनते शहीद अश्विनी के भाई की आंखों में आंसू आ गए इन गीतों में पुलवामा हमले के दौरान देश के गद्दारों का जिक्र किया गया है शहीद के भाई का कहना है कि सरकार ने कार्यवाही तो की है लेकिन आतंकवाद पूरी तरह से खत्म हो ऐसी कोई कार्यवाही समझ में नहीं आती


Conclusion:बाइट सुकरू काछी शहीद के पिता
बाइट सुमंत काछी शहीद का भाई
पीटीसी विश्वजीत
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.