जबलपुर। बीते दिन वाटरफॉल में युवक डूब गया है. रविवार को पूरे प्रदेश के साथ जबलपुर में भी टोटल लॉकडाउन था. इसके बावजूद भी एक हजार लोग कटनी के निदान वाटरफॉल पहुंच गए, जबकि पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी, उन्हें न तो किसी ने रोका और न ही टोका. युवक के वाटर फॉल में डूबने के बाद अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है.
जबलपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर विंध्याचल की पहाड़ियों में निदान फॉल नाम का एक झरना है, ये पहाड़ी से काफी ऊंचाई से नीचे गिरता है और केवल बरसात में ही यह देखने को मिलता है. यह दृश्य बेहद मनोरम होता है, इसलिए इसे देखने के लिए लोग लालायित रहते हैं, लॉकडाउन होने के बाद भी रविवार को लगभग 10000 लोग इस फॉल को देखने के लिए पहुंचे. ऐसे में सवाल ये उठता है कि इनको आखिर कहीं पर भी रोका क्यों नहीं गया.
निदान वाटरफॉल में नीचे काफी पानी भर जाता है, जिसमें लोग नहाते भी हैं, लेकिन इसी झरने में नहाने आए एक युवक को गहराई का अंदाजा नहीं था और जैसे ही वह पानी में उतरा तो वह डूब गया, उसके साथियों ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को जानकारी दी, उस समय यहां पर बहुत से लोग नहा रहे थे, लेकिन बड़ी-बड़ी चट्टानें होने की वजह से युवक की जानकारी किसी को नहीं लग पाई.
झरना बहुत ही सुंदर है, लेकिन झरने तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं है. पहाड़ियों से ही यहां पर आया जा सकता है. इसलिए हर साल यहां लोगों की मृत्यु झरने में डूबने से होती है. पिछले साल भी यहां दो लोगों की मृत्यु अचानक से पानी बढ़ जाने की वजह से हुई थी. फिलहाल डूबे हुए युवक के शव को खोजने की कोशिश की जा रही है.