जबलपुर। राखी एक धागे की डोर है जिसको बहन भाई की कलाई पर प्रेम पूर्वक बांधती है और सदा विजयी होने का आर्शीवाद देती है. भाई बहन की रक्षा के बन्धन के डोर से लिपट जाते है, कुछ इसी तरह जबलपुर स्कूली छात्राओं ने सैनिक भाईयों को राखी बांधी.
जबलपुर के मालवीय चौक पर हर साल राखी बांधने की कार्यक्रम होता है. कई सैनिक ऐसे होते हैं जिन की सगी बहन नहीं होती और कई छात्राएं ऐसी होती हैं जिनके सगे भाई नहीं होते. जिस छात्रा के भाई नहीं होता कार्यक्रम के माध्यम से उसे भाई और जिस सैनिक के बहन नहीं होती उसे बहन मिल जाती है.
राखी बांधने के बाद भाई बहन का ये रिश्ता जिंदगी भर चलता है. सैनिक भाई इस रिश्ते को निभाते हैं. आज आयोजित कार्यक्रम में एक मुस्लिम सैनिक भी पहुंचा, जब उन्हें राखी बांधी गई तो उनका कहना था कि वे पहले ही देश भक्ति से सराबोर हैं और देश की रक्षा करने के तैनात हैं और जब उन्हें समाज से इतना प्यार मिलता है तो जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है.
जबलपुर मैं सेना का बड़ा कैंप है और बड़ी तादाद में जबलपुर में सैनिक ड्यूटी करते हैं. कई सैनिक सालों अपने घर नहीं जा पाते इस वजह से वे पारिवारिक त्योहारों से भी वंचित रह जाते हैं इसलिए जबलपुर में हर साल स्कूली छात्राएं सेना के जवानों को राखियां बांधती है.