जबलपुर। एक तरफ सरकार लोगों को घरों में रहने के निर्देश जारी कर रही है कि कहीं लोग कोरोना की चपेट में न आएं, वहीं दूसरी तरफ सरकारी महकमा ग्रामीणों को बेघर करने में जुटा है. शहपुरा तहसील की फुलर ग्राम पंचायत के दो दर्जन से ज्यादा परिवारों को सरपंच ने गाली गलौज करते हुए उनके घरों से बाहर निकाल दिया है, क्योंकि वे जहां रह रहे थे वह सरकारी भूमि है.
बहरहाल थाना प्रभारी संदीप अयाची ने ग्रामीणों की इस समस्या के लिए तहसीलदार से फोन पर चर्चा की और समस्या का समाधान करने की अपील की है. फुलर ग्राम पंचायत में शासकीय भूमि पर निर्माण कार्य होना है और सरपंच इस भूमि को खाली करवाकर वहां कार्य शुरू करवाना चाहते हैं.
लेकिन लगभग 12 परिवार कई सालों से इस भूमि पर मकान बनाकर रह रहे हैं. हाल ही में सरपंच ने ग्रामीणों को सरकारी फरमान सुनाते हुए घर से बाहर निकाल दिया. अब उन्हें जिस स्थान पर रहने के लिए जगह दी जा रही है, वहां न तो पानी है और न ही अन्य मूलभूत सुविधाएं दी गई हैं. जिससे वे परेशान होकर भटक रहे हैं.
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन से अपील की है कि पहले बेघर होने वाले परिवारों को रहने के लिए व्यवस्थित आवास दिए जाएं, फिर वहां से हटाया जाए. वहीं थाना प्रभारी ने तहसीलदार को पूरे मामले से अवगत कराते हुए ग्रामीणों की समस्या दूर करने की अपील की है.