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सिटी अस्पताल के काले कारनामे: नकली इंजेक्शन मामले में शिकायत दर्ज करवाने पहुंचे कई लोग

सिटी अस्पताल के संचालक के खिलाफ अब लगातार लोग शिकायत करने अस्पताल पहुंच रहे हैं.

Black exploits of city hospital:
सिटी अस्पताल के काले कारनामे
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Published : May 14, 2021, 1:21 AM IST

Updated : May 14, 2021, 7:22 AM IST

जबलपुर। लाखों रुपए लेकर नकली इंजेक्शन लगाने वाले जबलपुर के सिटी अस्पताल के कारनामों की अब लगातार पोल खुल रही है, मामला उजागर होने के बाद अब लोग अस्पताल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा रहे. हाल ही में कुछ मरीजों के परिजनों ने सिटी अस्पताल संचालक के खिलाफ ओमती थाने में शिकायत दर्ज करवाकर मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.

सिटी अस्पताल के काले कारनामे

महिला ने एएसपी को दिया आवेदन

माढ़ोताल थाना क्षेत्र में रहने वाली नीतू शिवहरे ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन दिया है. इसमें नीतू ने बताया कि एक अप्रैल को उसने अपने पति को सिटी अस्पताल में भर्ती करवाया था,उसके पति को मामूली बुखार था. मनोज शिवहरे के अस्पताल में भर्ती होते ही परिजनों से इलाज के नाम पर रुपए वसूले जाने लगे. नीतू ने बताया कि उसने जैसे-तैसे व्यवस्था करके ढाई लाख रुपए अस्पताल में जमा करवाए थे जिससे की उसके पति को 4 रेमडेसिवर इंजेक्शन लगे थे. इसके बाद 9 अप्रैल को अचानक उनके पति की तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई.

ओमती थाने में शिकायत दर्ज

इधर मंडला में रहने वाले किराना व्यापारी जगदीश के परिजनों ने भी सिटी अस्पताल के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक जगदीश के परिजनों ने ओमती थाने में शिकायत दर्ज करवाई है कि करीब 19 दिन तक 36 वर्षीय जगदीश को अस्पताल में भर्ती रखा गया और इस दौरान 6,83,000 रुपए का बिल उनसे वसूला गया. परिजनों का आरोप है कि इतना बिल भरने के बाद मरीज को 9 इंजेक्शन लगे लेकिन फिर भी जगदीश की मौत हो गई.

4 महीने में खराब हुई 33 हजार वैक्सीन, 16 हजार लोगों लग सकता था डोज

परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की

सिटी अस्पताल के कारनामे उजागर होने के बाद अब परिजनों ने शिकायत करना शुरू कर दी है. परिजनों की शिकायत पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी का कहना है कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी और जांच में अगर पाया जाता है कि लापरवाही बरती गई है तो दोषियों पर कड़ी कार्यवाही भी होगी.

जबलपुर। लाखों रुपए लेकर नकली इंजेक्शन लगाने वाले जबलपुर के सिटी अस्पताल के कारनामों की अब लगातार पोल खुल रही है, मामला उजागर होने के बाद अब लोग अस्पताल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा रहे. हाल ही में कुछ मरीजों के परिजनों ने सिटी अस्पताल संचालक के खिलाफ ओमती थाने में शिकायत दर्ज करवाकर मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.

सिटी अस्पताल के काले कारनामे

महिला ने एएसपी को दिया आवेदन

माढ़ोताल थाना क्षेत्र में रहने वाली नीतू शिवहरे ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन दिया है. इसमें नीतू ने बताया कि एक अप्रैल को उसने अपने पति को सिटी अस्पताल में भर्ती करवाया था,उसके पति को मामूली बुखार था. मनोज शिवहरे के अस्पताल में भर्ती होते ही परिजनों से इलाज के नाम पर रुपए वसूले जाने लगे. नीतू ने बताया कि उसने जैसे-तैसे व्यवस्था करके ढाई लाख रुपए अस्पताल में जमा करवाए थे जिससे की उसके पति को 4 रेमडेसिवर इंजेक्शन लगे थे. इसके बाद 9 अप्रैल को अचानक उनके पति की तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई.

ओमती थाने में शिकायत दर्ज

इधर मंडला में रहने वाले किराना व्यापारी जगदीश के परिजनों ने भी सिटी अस्पताल के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक जगदीश के परिजनों ने ओमती थाने में शिकायत दर्ज करवाई है कि करीब 19 दिन तक 36 वर्षीय जगदीश को अस्पताल में भर्ती रखा गया और इस दौरान 6,83,000 रुपए का बिल उनसे वसूला गया. परिजनों का आरोप है कि इतना बिल भरने के बाद मरीज को 9 इंजेक्शन लगे लेकिन फिर भी जगदीश की मौत हो गई.

4 महीने में खराब हुई 33 हजार वैक्सीन, 16 हजार लोगों लग सकता था डोज

परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की

सिटी अस्पताल के कारनामे उजागर होने के बाद अब परिजनों ने शिकायत करना शुरू कर दी है. परिजनों की शिकायत पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी का कहना है कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी और जांच में अगर पाया जाता है कि लापरवाही बरती गई है तो दोषियों पर कड़ी कार्यवाही भी होगी.

Last Updated : May 14, 2021, 7:22 AM IST
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