जबलपुर। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट (MP High Court) में सोमवार को फिर कोका कोला और पेप्सी में कीटनाशक होने के आरोप वाली जनहित याचिका (Public Interest Litigation) सुनवाई की गई. 17 साल बाद फिर पेप्सी और कोका कोला का मामला हाईकोर्ट में उठा है.
कोल्ड ड्रिंक्स में पेस्टीसाइड
दयोदय धर्मार्थ ट्रस्ट की ओर से 2004 में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका लगाई गई थी, जिसमें पेप्सी (Pepsi) और कोका कोला (Coca Cola) के मध्य प्रदेश के मंडीदीप में उत्पादन होने वाली कोल्ड ड्रिंक्स में पेस्टिसाइड (Pesticide in Pepsi) होने के सबूत पेश किए गए थे.
कोल्ड ड्रिंक में डीडीटी कीटनाशक की मिलावट
याचिकाकर्ता के वकील का कहना है कि इस फैक्ट्री से रोज एक लाख से ज्यादा बोतलों का उत्पादन होता है. जब इनकी कोल्ड ड्रिंक की जांच की गई, तो पता चला कि इसमें कई किस्म के केमिकल थे, जो तय मानक से 50% से भी ज्यादा थे. इसमें डीडीटी (DDT) जैसा कीटनाशक भी शामिल है.
2004 में लगाई गई थी याचिका
याचिकाकर्ता के वकील का कहना है कि उस दौरान ज्वाइंट पार्लियामेंट कमेटी (Join Parliament Committee) ने भी यह पाया था कि फैक्ट्री में जो सॉफ्ट ड्रिंक (Soft Drink) बन रहे हैं, वे घातक हैं. इसके बाद भी फैक्ट्री को बंद नहीं किया गया. याचिका भी 2004 में लगा दी गई, लेकिन इस पर सुनवाई नहीं हो पाई.
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वर्तमान मुख्य न्यायाधीश ने इस गंभीर मुद्दे को महत्वपूर्ण मानते हुए दोबारा इसकी सुनवाई शुरू की है. फिलहाल पेप्सी और कोक बनाने वाली कंपनी की ओर से कोई वकील सामने नहीं आया है. कंपनी को एक बार फिर मौका दिया गया है और 4 हफ्ते बाद इसकी दोबारा सुनवाई रखी गई है.