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मिलावट की जमावट! 30 करोड़ की कॉलेज की जमीन पर बनवा दिया निजी अस्पताल - शैलबी अस्पताल

जबलपुर में शैक्षणिक संस्थान के लिए आरक्षित जमीन पर एक निजी अस्पताल संचालित हो रहा है. इस जमीन की कीमत करीब 30 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है.

Shalby Hospital
शैलबी अस्पताल
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Published : Feb 13, 2021, 10:00 PM IST

Updated : Feb 13, 2021, 10:56 PM IST

जबलपुर। जिस सरकारी जमीन को शिक्षण संस्थान की लिए आरक्षित किया गया था, उस जमीन को तत्कालीन JDA(Jabalpur Development Authority), TNCP (Town and Control Planning) और नगर निगम के अधिकारियों ने मिलकर सेठ मन्नूलाल अस्पताल ट्रस्ट को एक निजी अस्पताल खोलने की अनुमति दे दी. जिसके बाद आज इस जमीन पर बहुमंजिला अस्पताल तना हुआ है, सरकारी जमीन की हेराफेरी में जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने तत्कालीन JDA सहित 16 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

दिलीप झरबड़े, DSP, लोकायुक्त

30 करोड़ से ज्यादा की जमीन पर बना है अस्पताल

जबलपुर पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि जो जमीन शिक्षण संस्थान के लिए आरक्षित की गई थी, उस जमीन पर सेठ मन्नूलाल जगन्नाथ दास अस्पताल ट्रस्ट ने एक बड़ा अस्पताल खड़ा कर दिया. खास बात ये है कि सरकारी अधिकारियों ने सांठगांठ कर जमीन का मत परिवर्तन करते हुए बड़ा फर्जीवाड़ा किया है. वर्तमान में इस जमीन पर एक निजी अस्पताल बना हुआ है. हालांकि, मामला दर्ज होने के बाद अब हर तरफ हड़कंप मचा हुआ है. उक्त जमीन की वर्तमान कीमत करीब 30 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई जा रही है.

लोकायुक्त की टीम ने यातायात प्रभारी और आरक्षक को रिश्वत लेते पकड़ा

शिक्षण संस्थान नहीं निजि अस्पताल खड़ा

लोकायुक्त DSP के मुताबिक सेठ मन्नूलाल जगन्नाथ दास अस्पताल ट्रस्ट ने JDA से शिक्षण संस्थान खोलने के लिए जमीन मांगी थी. ट्रस्ट के आवेदन पर वर्ष 2004 में JDA ने 20 हजार वर्ग फीट जमीन कम दरों पर ट्रस्ट को डेंटल कॉलेज खोलने के लिए आवंटित की थी. जमीन आवंटन के बाद JDA, TNCP और नगर निगम के अधिकारियों ने सांठगांठ कर शिक्षण संस्थान की जगह अस्पताल खुलवा दिया.

इनके खिलाफ मामला दर्ज

धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के तहत जांच करते हुए लोकायुक्त पुलिस ने जबलपुर विकास प्राधिकरण(JDA) के तत्कालीन CEO बीबीएस गहरवार, तत्कालीन CEO शिवेंद्र सिंह, कार्यपालन यंत्री जीएन सिंह, संपदा अधिकारी सीएल रख्या, संपदा प्रबंधक सीपी दीक्षित, लिपिक रामेश्वर ठाकुर, TNCP के संयुक्त संचालक एस के महावर, उपयंत्री आर एस पटेल, सहायक मानचित्र अधिकारी राजेश दीवान, नगर निगम के तत्कालीन भवन अधिकारी भूपेंद्र सिंह, पंजीयक कार्यालय के उप पंजीयक एस कोरी, ट्रस्ट अध्यक्ष मधुसूदन दास मालपानी, सचिव कृष्ण कुमार मालपानी, मन्नूलाल अस्पताल के तत्कालीन डायरेक्टर जेबी सेन के खिलाफ तमाम धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.

जबलपुर। जिस सरकारी जमीन को शिक्षण संस्थान की लिए आरक्षित किया गया था, उस जमीन को तत्कालीन JDA(Jabalpur Development Authority), TNCP (Town and Control Planning) और नगर निगम के अधिकारियों ने मिलकर सेठ मन्नूलाल अस्पताल ट्रस्ट को एक निजी अस्पताल खोलने की अनुमति दे दी. जिसके बाद आज इस जमीन पर बहुमंजिला अस्पताल तना हुआ है, सरकारी जमीन की हेराफेरी में जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने तत्कालीन JDA सहित 16 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

दिलीप झरबड़े, DSP, लोकायुक्त

30 करोड़ से ज्यादा की जमीन पर बना है अस्पताल

जबलपुर पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि जो जमीन शिक्षण संस्थान के लिए आरक्षित की गई थी, उस जमीन पर सेठ मन्नूलाल जगन्नाथ दास अस्पताल ट्रस्ट ने एक बड़ा अस्पताल खड़ा कर दिया. खास बात ये है कि सरकारी अधिकारियों ने सांठगांठ कर जमीन का मत परिवर्तन करते हुए बड़ा फर्जीवाड़ा किया है. वर्तमान में इस जमीन पर एक निजी अस्पताल बना हुआ है. हालांकि, मामला दर्ज होने के बाद अब हर तरफ हड़कंप मचा हुआ है. उक्त जमीन की वर्तमान कीमत करीब 30 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई जा रही है.

लोकायुक्त की टीम ने यातायात प्रभारी और आरक्षक को रिश्वत लेते पकड़ा

शिक्षण संस्थान नहीं निजि अस्पताल खड़ा

लोकायुक्त DSP के मुताबिक सेठ मन्नूलाल जगन्नाथ दास अस्पताल ट्रस्ट ने JDA से शिक्षण संस्थान खोलने के लिए जमीन मांगी थी. ट्रस्ट के आवेदन पर वर्ष 2004 में JDA ने 20 हजार वर्ग फीट जमीन कम दरों पर ट्रस्ट को डेंटल कॉलेज खोलने के लिए आवंटित की थी. जमीन आवंटन के बाद JDA, TNCP और नगर निगम के अधिकारियों ने सांठगांठ कर शिक्षण संस्थान की जगह अस्पताल खुलवा दिया.

इनके खिलाफ मामला दर्ज

धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के तहत जांच करते हुए लोकायुक्त पुलिस ने जबलपुर विकास प्राधिकरण(JDA) के तत्कालीन CEO बीबीएस गहरवार, तत्कालीन CEO शिवेंद्र सिंह, कार्यपालन यंत्री जीएन सिंह, संपदा अधिकारी सीएल रख्या, संपदा प्रबंधक सीपी दीक्षित, लिपिक रामेश्वर ठाकुर, TNCP के संयुक्त संचालक एस के महावर, उपयंत्री आर एस पटेल, सहायक मानचित्र अधिकारी राजेश दीवान, नगर निगम के तत्कालीन भवन अधिकारी भूपेंद्र सिंह, पंजीयक कार्यालय के उप पंजीयक एस कोरी, ट्रस्ट अध्यक्ष मधुसूदन दास मालपानी, सचिव कृष्ण कुमार मालपानी, मन्नूलाल अस्पताल के तत्कालीन डायरेक्टर जेबी सेन के खिलाफ तमाम धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.

Last Updated : Feb 13, 2021, 10:56 PM IST
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