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Prahlad Patel Challenged: प्रहलाद पटेल ने कमलनाथ और नकुलनाथ को दी चुनौती, दिग्विजय सिंह पर भी की टिप्पणी - प्रहलाद पटेल ने कमलनाथ को चुनौती दी

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने संस्कारधानी में कमलनाथ और नकुलनाथ को चुनौती दी है. साथ ही दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा है.

Prahlad Patel Challenged
प्रहलाद पटेल
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 26, 2023, 10:37 PM IST

प्रहलाद पटेल ने दी चुनौती

जबलपुर। एमपी में सभी नेता लगातार चुनावी सभाएं कर रहे हैं. इस दौरान विरोधी पार्टियों पर निशाना साधने या बयान देने से नेता कोई परहेज नहीं कर रहे हैं. वहीं जबलपुर में केंद्रीय मंत्री व बीजेपी प्रत्याशी प्रहलाद पटेल ने पूर्व सीएम कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ को चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि एक दिन सामान्य आदमी के जैसे जी कर दिखाएं. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कमलनाथ रोड शो कर लें या कोई भी कोशिश कर लें, इस बार छिंदवाड़ा की ही पूरी सीट नहीं जीत पाएंगे. वहीं प्रहलाद पटेल ने दिग्विजय सिंह को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की.

दिग्विजय सिंह के बारे में क्या कहा: प्रहलाद पटेल का कहना है कि "दिग्विजय सिंह ने नर्मदा यात्रा की थी, लेकिन इसके बाद भी उनके अंदर विवेक नहीं जगा. दरअसल दिग्विजय सिंह ने बीते दिनों शिवराज सिंह के कन्या पूजन को नौटंकी कह दिया था. प्रहलाद पटेल का कहना है कि दिग्विजय सिंह में बुद्धि नहीं आई है." प्रहलाद पटेल ने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण और परिवारवाद में डूब गई है. इसी की वजह से कांग्रेस को आठ विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार बदलने पड़े हैं.

कांग्रेस में तुष्टिकरण की राजनीति: इनमें से एक विधानसभा नरसिंहपुर की भी है. जहां गोटेगांव सीट से शेखर चौधरी की जगह एनपी प्रजापति को चुनाव मैदान में उतरा गया है. प्रहलाद पटेल ने कांग्रेस के सीट बदलने की बात को तुष्टिकरण बताया है. उनका कहना है कि कांग्रेस में वही नीति चल रही है, जिसमें बेटा अपने बाप का गला काटकर सत्ता पर बैठता है. जबकि भारतीय जनता पार्टी में नेता त्याग का परिचय दे रहे हैं.

प्रहलाद पटेल का आरोप है कि कांग्रेस ने जनहित की कई योजनाओं को रोक दिया था. कमलनाथ सरकार के दौरान तीन योजनाओं पर आघात किया गया था. इनमें पहली संबल योजना थी. जिसमें मजदूरों को सीधी मदद मिलती थी. दूसरी प्रधानमंत्री आवास योजना थी. जिसमें प्रधानमंत्री आवास वापस कर दिए गए थे. तीसरी जल जीवन मिशन योजना थी. इसके तहत ग्रामीण लोगों को जो घर-घर पानी पहुंचाने की योजना थी, उसमें काम पर रोक लगा दी गई थी.

प्रहलाद पटेल ने कांग्रेस से तीन सवाल पूछे हैं

कांग्रेस ने गरीबों के हित की इन योजनाओं को बंद क्यों किया था.

कांग्रेस की शराब नीति की वजह से गांव-गांव तक शराब पहुंच गई और शराब की बिक्री बढ़ गई.

कांग्रेस विकास के नाम पर जनता को भ्रम में क्यों डाल रही है, यदि विकास चाहती है तो अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए.

यहां पढ़ें...

एक देश एक चुनाव पर बोले प्रहलाद पटेल: वहीं एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर बोलते हुए प्रहलाद पटेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा इस बात की हिमायती रही है कि चुनाव में काम से कम पैसा खर्च होना चाहिए. उमा भारती ने सलाह दी है कि कांग्रेस भले ही ₹1500 ना दे, लेकिन शराबबंदी कर दे. प्रहलाद पटेल ने इस पर बयान देते हुए कहा कि यह चुनाव के मुद्दे नहीं है. इन पर बाद में विचार किया जाएगा. अच्छे विचारों पर बाद में बहस की जा सकती है.

प्रहलाद पटेल ने दी चुनौती

जबलपुर। एमपी में सभी नेता लगातार चुनावी सभाएं कर रहे हैं. इस दौरान विरोधी पार्टियों पर निशाना साधने या बयान देने से नेता कोई परहेज नहीं कर रहे हैं. वहीं जबलपुर में केंद्रीय मंत्री व बीजेपी प्रत्याशी प्रहलाद पटेल ने पूर्व सीएम कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ को चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि एक दिन सामान्य आदमी के जैसे जी कर दिखाएं. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कमलनाथ रोड शो कर लें या कोई भी कोशिश कर लें, इस बार छिंदवाड़ा की ही पूरी सीट नहीं जीत पाएंगे. वहीं प्रहलाद पटेल ने दिग्विजय सिंह को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की.

दिग्विजय सिंह के बारे में क्या कहा: प्रहलाद पटेल का कहना है कि "दिग्विजय सिंह ने नर्मदा यात्रा की थी, लेकिन इसके बाद भी उनके अंदर विवेक नहीं जगा. दरअसल दिग्विजय सिंह ने बीते दिनों शिवराज सिंह के कन्या पूजन को नौटंकी कह दिया था. प्रहलाद पटेल का कहना है कि दिग्विजय सिंह में बुद्धि नहीं आई है." प्रहलाद पटेल ने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण और परिवारवाद में डूब गई है. इसी की वजह से कांग्रेस को आठ विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार बदलने पड़े हैं.

कांग्रेस में तुष्टिकरण की राजनीति: इनमें से एक विधानसभा नरसिंहपुर की भी है. जहां गोटेगांव सीट से शेखर चौधरी की जगह एनपी प्रजापति को चुनाव मैदान में उतरा गया है. प्रहलाद पटेल ने कांग्रेस के सीट बदलने की बात को तुष्टिकरण बताया है. उनका कहना है कि कांग्रेस में वही नीति चल रही है, जिसमें बेटा अपने बाप का गला काटकर सत्ता पर बैठता है. जबकि भारतीय जनता पार्टी में नेता त्याग का परिचय दे रहे हैं.

प्रहलाद पटेल का आरोप है कि कांग्रेस ने जनहित की कई योजनाओं को रोक दिया था. कमलनाथ सरकार के दौरान तीन योजनाओं पर आघात किया गया था. इनमें पहली संबल योजना थी. जिसमें मजदूरों को सीधी मदद मिलती थी. दूसरी प्रधानमंत्री आवास योजना थी. जिसमें प्रधानमंत्री आवास वापस कर दिए गए थे. तीसरी जल जीवन मिशन योजना थी. इसके तहत ग्रामीण लोगों को जो घर-घर पानी पहुंचाने की योजना थी, उसमें काम पर रोक लगा दी गई थी.

प्रहलाद पटेल ने कांग्रेस से तीन सवाल पूछे हैं

कांग्रेस ने गरीबों के हित की इन योजनाओं को बंद क्यों किया था.

कांग्रेस की शराब नीति की वजह से गांव-गांव तक शराब पहुंच गई और शराब की बिक्री बढ़ गई.

कांग्रेस विकास के नाम पर जनता को भ्रम में क्यों डाल रही है, यदि विकास चाहती है तो अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए.

यहां पढ़ें...

एक देश एक चुनाव पर बोले प्रहलाद पटेल: वहीं एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर बोलते हुए प्रहलाद पटेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा इस बात की हिमायती रही है कि चुनाव में काम से कम पैसा खर्च होना चाहिए. उमा भारती ने सलाह दी है कि कांग्रेस भले ही ₹1500 ना दे, लेकिन शराबबंदी कर दे. प्रहलाद पटेल ने इस पर बयान देते हुए कहा कि यह चुनाव के मुद्दे नहीं है. इन पर बाद में विचार किया जाएगा. अच्छे विचारों पर बाद में बहस की जा सकती है.

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