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जबलपुर: रोजगार के बदले युवक-युवतियों को मिली पुलिस की लाठी - धोखाधड़ी का शिकार

जबलपुर शहर में चिटफंड कंपनी के झांसे में आकर धोखाधड़ी का शिकार हुए युवक-युवतियों पर पुलिस ने लाठी बरसा दी.

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पुलिस ने बरसाई लाठी
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Published : Dec 15, 2020, 4:07 PM IST

जबलपुर। चिटफंड कंपनी के झांसे में आए हजारों युवक-युवतियों को अपने पैसे गवाने के बाद अब पुलिस की लाठी भी खानी पड़ी, जिसको लेकर अब पुलिस के खिलाफ युवक-युवतियों में भारी आक्रोश जताया है.

पुलिस ने बरसाई लाठी
  • कल रात दिया धरना, आज सुबह मिली पुलिस की लाठी

शहर के उखरी चौक के पास जबलपुर पब्लिकेशन नाम की एक कंपनी स्थित है, जो बेरोजगार युवक-युवतियों को अपना शिकार बनाती थी. लिहाजा काम शुरू होने से पहले ढाई हजार रुपए सभी से जमा करवाए गए थे. दो महीने में कंपनी के कई हजार मेंबर बन गए. ढाई हजार रुपए के हिसाब से कंपनी के पास लाखों रुपए पहुंच गए थे. वहीं सोमवार की रात कंपनी अपना बोरिया बिस्तर लेकर रफूचक्कर हो गया. इस बात की जानकारी मिलते ही युवक-युवती मौके पर पहंचे, तो उन पर पुलिस ने लाठी बरसा दी.

  • नहीं की गई थी लाठीचार्ज

लाठीचार्ज के बाद से ही युवक-युवतियां आक्रोशित हैं, तो वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि, स्थिति को संभालने के लिए सिर्फ प्रयास किया गया था. उन पर लाठीचार्ज नहीं की गई थी

कोरोना संक्रमण काल के दौरान जिस तरह से युवक-युक्तियां बेरोजगार हुए हैं. उसी बेरोजगारी का फायदा उठाकर इस तरह से चिटफंड कंपनियां ने लोगों से पैसा वसूलना शुरू कर दिया है.

जबलपुर। चिटफंड कंपनी के झांसे में आए हजारों युवक-युवतियों को अपने पैसे गवाने के बाद अब पुलिस की लाठी भी खानी पड़ी, जिसको लेकर अब पुलिस के खिलाफ युवक-युवतियों में भारी आक्रोश जताया है.

पुलिस ने बरसाई लाठी
  • कल रात दिया धरना, आज सुबह मिली पुलिस की लाठी

शहर के उखरी चौक के पास जबलपुर पब्लिकेशन नाम की एक कंपनी स्थित है, जो बेरोजगार युवक-युवतियों को अपना शिकार बनाती थी. लिहाजा काम शुरू होने से पहले ढाई हजार रुपए सभी से जमा करवाए गए थे. दो महीने में कंपनी के कई हजार मेंबर बन गए. ढाई हजार रुपए के हिसाब से कंपनी के पास लाखों रुपए पहुंच गए थे. वहीं सोमवार की रात कंपनी अपना बोरिया बिस्तर लेकर रफूचक्कर हो गया. इस बात की जानकारी मिलते ही युवक-युवती मौके पर पहंचे, तो उन पर पुलिस ने लाठी बरसा दी.

  • नहीं की गई थी लाठीचार्ज

लाठीचार्ज के बाद से ही युवक-युवतियां आक्रोशित हैं, तो वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि, स्थिति को संभालने के लिए सिर्फ प्रयास किया गया था. उन पर लाठीचार्ज नहीं की गई थी

कोरोना संक्रमण काल के दौरान जिस तरह से युवक-युक्तियां बेरोजगार हुए हैं. उसी बेरोजगारी का फायदा उठाकर इस तरह से चिटफंड कंपनियां ने लोगों से पैसा वसूलना शुरू कर दिया है.

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