जबलपुर। प्रदेश की संस्कारधानी में लोकसभा चुनाव के अंतिम दिनों पार्टी के दिग्गज नेताओं द्वारा मैदान संभाला जाएगा. 23 अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सिहोरा जनसभा को संबोधित करेंगे. वहीं प्रधानमंत्री मोदी 26 अप्रैल को जबलपुर में जनसभा कर पार्टी की जीत पक्की करने की कोशिश करेंगे.
जबलपुर चुनाव प्रचार के अंतिम 7 दिनों में दोनों ही पार्टियां अपने शीर्ष नेतृत्व को मैदान में उतारने की तैयारी में हैं. 23 अप्रैल को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस प्रत्याशी विवेक तंखा के पक्ष में सिहोरा में सभा करने वाले हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित सभा 26 अप्रैल को जबलपुर शहर में हो सकती है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की सभा को लेकर अभी तक प्रशासन को कोई जानकारी नहीं दी गई है और न ही पार्टी द्वारा सभा की अनुमति मांगी गई है.
जिला प्रशासन के पास केवल राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरों की जानकारी है, लेकिन अभी तक सभाओं की अनुमति नहीं मांगी गई है. वहीं जबलपुर कलेक्टर छवि भारद्वाज का कहना है कि जबलपुर में मतदान दलों को रवाना करने की तैयारियां भी चल रही हैं. अंतिम समय में उन्हें भी कई बड़े मैदानों की जरूरत पड़ेगी क्योंकि मतदान सामग्री ले जाने वाले ज्यादातर वाहनों पर जीपीएस सिस्टम लगाया जाना है. इसलिए वे पार्टियों को ऐसे मैदान नहीं दे पाएंगी जो चुनाव आयोग के उपयोग में आएंगे. वहीं सभाओं की अनुमति भी पुलिस प्रशासन से बातचीत करके ही दी जा सकती है क्योंकि पुलिस प्रशासन को भी मतदान दलों के साथ रवाना किया जाना है.
कलेक्टकर छवि भारद्वाज ने बताया कि ऐसी संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यदि सभा करने आते हैं तो फिर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का दौरा होगा. क्योंकि अभी तक बीजेपी संगठन ने भी इस विषय में जानकारी नहीं दी है. इस जानकारी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि चुनाव प्रचार का अंतिम दौर घमासान होगा. जबलपुर महाकौशल इलाके की धुरी है इसलिए महाकौशल में जड़ें मजबूत करने के लिए जबलपुर को फतह करना बहुत जरूरी है. इसलिए दोनों ही पार्टियां पूरी ताकत लगाने की तैयारी में है.