जबलपुर। शहर की कूदबारी बस्ती में लोग बिजली के तारों से परेशान हैं. इस बस्ती को भू-माफियाओं ने झूठे वादे कर कॉलोनी बनाकर बेच दिया. इस दौरान कई खेत कॉलोनियों में तब्दील हो गए और करीब एक हजार मकान बनाए गए. यहां रहने वाले लोगों को उम्मीद थी कि उनके बस जाने के बाद उनके घरों तक बिजली का कनेक्शन पहुंच जाएगा, लेकिन बिजली के तार बिछा दिए और बिजली आज भी गुल है.
अवैध कॉलोनी होने की वजह से विद्युत विभाग इस कॉलोनी में बिजली कनेक्शन नहीं दे रहा है. हालांकि, कॉलोनी में टीसी कनेक्शन उपलब्ध है, लेकिन ये एक अस्थाई व्यवस्था होती है. जिसके तहत लोगों को कुछ समय के लिए यदि बिजली की जरूरत है तो वो दी जाती है. बस्ती के लोग टीसी कनेक्शन से ही सालों से बिजली जला रहे हैं. इसकी वजह से न सिर्फ उन्हें बिजली महंगी मिल रही है, बल्कि बड़ा खतरा भी मंडराता रहता है.
इस कॉलोनी में एक ही खंभे से सैकड़ों लोगों को सैकड़ों फीट तक लंबे तार डालकर कनेक्शन दिए गए हैं. इसमें करंट के तार में खुले पड़े रहते हैं, जिसकी वजह से पिछले साल 2 लोगों की मौत हो गई थी और कुछ जानवर भी मरे थे. इस साल फिर बारिश शुरू हो गई है तो लोगों को डर है कि कहीं ऐसा न हो कि कोई इन तारों के संपर्क में आकर काल के गाल में समा जाएं.
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बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे तार बिछा सकते हैं, लेकिन तार बिछाने का खर्च कौन देगा या तो सरकार करे या फिर कॉलोनीवासी. नहीं तो ये सिलसिला ऐसे ही चलता रहेगा. इस बस्ती में ज्यादातर रिटायर छोटे कर्मचारी रहते हैं. इनका कहना है कि वे बिजली विभाग के कई बार चक्कर लगा चुके हैं. नेताओं ने कई बार वादे भी किए, लेकिन अब तक उन्हें बिजली की स्थाई व्यवस्था मुहैया नहीं हो पाई है.