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जबलपुर: थोक दाम पर लोगों को मिल रही प्याज, नई प्याज आ रही खराब - krishi upaj mandi, jabalpur

जबलपुर में मंहगी प्याज से परेशान जनता को राहत देने के लिए जिला कलेक्टर के आग्रह पर कृषि उपज मंडी में जनता को थोक दामों पर ही प्याज मुहैया कराई जा रही है.

मंहगी प्याज से परेशान जनता को राहत
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Published : Nov 11, 2019, 5:15 PM IST

Updated : Nov 11, 2019, 6:40 PM IST

जबलपुर। शहर में आलू-प्याज के थोक विक्रेता थोक दामों पर ही लोगों को प्याज बेच रहे हैं. कृषि उपज मंडी में एक दुकान लगाई गई है, जहां प्याज 52 रूपए किलो बेची जा रही है. वहीं फुटकर व्यापारी प्याज 80 से 90 किलो रूपए बेच रहे हैं. जिस कारण ज्यादातर लोग मंडी जाकर प्याज खरीद रहे हैं. वहीं लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शहर में इस तरह की दो और दुकान खुलने वाली हैं.

मंहगी प्याज से परेशान जनता को राहत

नई प्याज आ रही खराब

शहर में नासिक से नई प्याज की आवक शुरू हो गई है. इस वजह से बाजारों में नई प्याज 30 से 35 रूपए किलो मिल रही है. लेकिन इस साल फसल बर्बाद होने के कारण पहले से ही प्याज खराब है. और बची हुई कसर ट्रांसपोर्टेशन में निकल रही है. वहीं जानकारी के मुताबिक थोक बाजार में बड़ी तादाद में सड़ी हुई प्याज फेंकी गई थी. जिसे कुछ व्यापारी सुखाकर बेच रहे हैं.

नई प्याज आ रही खराब


कलेक्टर के आग्रह पर मिल रहा सहयोग

थोक व्यापारी संघ अध्यक्ष धनीराम चौबे ने बताया कि थोक बाजार से सस्ती प्याज ले जाने के बाद फुटकर व्यापारी इसे मंहगे में बेचते हैं. जिससे एक तरफ जनता परेशान होती है, वहीं दूसरी तरफ कालाबाजारी भी बढ़ रही है. जिला कलेक्टर के आग्रह पर कालाबाजारी रोकने और जन हित देखते हुए ये दुकान खोली गई है. वहीं जब तक अच्छी नई प्याज नहीं आती, तब तक स्टॉक में रखी पुरानी प्याज ही बेची जाएगी.

जबलपुर। शहर में आलू-प्याज के थोक विक्रेता थोक दामों पर ही लोगों को प्याज बेच रहे हैं. कृषि उपज मंडी में एक दुकान लगाई गई है, जहां प्याज 52 रूपए किलो बेची जा रही है. वहीं फुटकर व्यापारी प्याज 80 से 90 किलो रूपए बेच रहे हैं. जिस कारण ज्यादातर लोग मंडी जाकर प्याज खरीद रहे हैं. वहीं लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शहर में इस तरह की दो और दुकान खुलने वाली हैं.

मंहगी प्याज से परेशान जनता को राहत

नई प्याज आ रही खराब

शहर में नासिक से नई प्याज की आवक शुरू हो गई है. इस वजह से बाजारों में नई प्याज 30 से 35 रूपए किलो मिल रही है. लेकिन इस साल फसल बर्बाद होने के कारण पहले से ही प्याज खराब है. और बची हुई कसर ट्रांसपोर्टेशन में निकल रही है. वहीं जानकारी के मुताबिक थोक बाजार में बड़ी तादाद में सड़ी हुई प्याज फेंकी गई थी. जिसे कुछ व्यापारी सुखाकर बेच रहे हैं.

नई प्याज आ रही खराब


कलेक्टर के आग्रह पर मिल रहा सहयोग

थोक व्यापारी संघ अध्यक्ष धनीराम चौबे ने बताया कि थोक बाजार से सस्ती प्याज ले जाने के बाद फुटकर व्यापारी इसे मंहगे में बेचते हैं. जिससे एक तरफ जनता परेशान होती है, वहीं दूसरी तरफ कालाबाजारी भी बढ़ रही है. जिला कलेक्टर के आग्रह पर कालाबाजारी रोकने और जन हित देखते हुए ये दुकान खोली गई है. वहीं जब तक अच्छी नई प्याज नहीं आती, तब तक स्टॉक में रखी पुरानी प्याज ही बेची जाएगी.

Intro:जबलपुर में खुली सस्ती प्याज की दुकान थोक व्यापारी संघ शहर में सस्ते दामों पर बेच रहा है प्याज वही नासिक से नई पर आज की आवक भी हुई शुरू


Body:जबलपुर मैं नासिक से नई प्याज की डिलीवरी शुरू हो गई है और जबलपुर के बाजारों में नई प्याज के दाम थोक मंडी में 30 से ₹35 तक है लेकिन ज्यादा दामों की वजह से किसान कच्ची प्याज ही बाजार में उतार रहे हैं और ट्रांसपोर्टेशन में यह प्याज बहुत ज्यादा खराब हो रही है इसलिए जबलपुर में बड़ी तादाद में थोक मंडी में सड़ी हुई प्याज फेंकी गई है और कुछ व्यापारी इसे सुखाकर बेच रहे हैं

वही आलू प्याज के थोक विक्रेता थोक के ही दामों पर आम लोगों को प्याज मुहैया करवा रहे हैं इसके लिए फिलहाल जबलपुर में कृषि उपज मंडी में एक दुकान लगाई गई है जिसमें पिछले साल की अच्छी प्याज मात्र ₹52 के दाम पर आम लोगों को भेजी जा रही है इसी तरह की दो और दुकानें शहर के दूसरे इलाकों में खोली जा रही हैं थोक विक्रेता का कहना है कि वे तो इसी दाम पर प्याज बेच रहे हैं लेकिन फुटकर व्यापारी इसके दाम ₹80 से लेकर ₹90 तक वसूल रहे हैं इसलिए जिन लोगों को सस्ते दाम पर प्याज चाहिए वे कृषि उपज मंडी से खरीद सकते हैं

इस साल प्याज से जुड़े कारोबारियों ने और किसानों ने अच्छा मुनाफा कमाया है लेकिन खेती यह हमेशा एक से नहीं चलती जबलपुर में आलू के 15 ट्रक भरे हुए खड़े हैं जिन्हें खरीदार नहीं मिल रहे हैं और आलू के व्यापारी और किसान परेशान हैं यहां सवाल यह खड़ा होता है कि जब प्याज महंगी हुई तो प्रशासन में व्यापारी की दुकान पर छापा मारा और अब प्रशासन के दबाव में सस्ती दर पर प्याज की बिक्री की जा रही है क्या प्रशासन की यह जिम्मेदारी नहीं बनती कि किसान का सस्ता आलू ही महंगे में बेचा जाए


Conclusion:बाइट आकाश केसरवानी byte बाइट मोहम्मद रफीक बाइक धनीराम चौबे थोक व्यापारी संघ अध्यक्
Last Updated : Nov 11, 2019, 6:40 PM IST
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