जबलपुर। करोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन ने देश और प्रदेश के सभी लोगों को परेशान कर दिया है. जबलपुर में भी हालात कुछ ऐसे ही नजर आ रहे हैं. जहां पर किसानों की श्रेणी में आने वाले चौरसिया समाज के लोगों पर भी लॉकडाउन की चिंता की लकीरें खिंच गई हैं. क्योंकि बाजार बंद होने के चलते पान की खेती अब सूखने और खेत में ही सड़ने लगी है.
दरअसल, जबलपुर के गांधी ग्राम बुढागर में बड़ी संख्या में चौरसिया समाज के लोग रहते हैं. ये लोग पान की खेती कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. लेकिन जबलपुर में लगे लॉक डाउन ने पान की खेती पर संकट खड़ा कर दिया है. क्योंकि सैकड़ों एकड़ में लगी पान की खेती बर्बाद हो चुकी है. जिसे चौरसिया समाज के परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. इतना ही नहीं, अभी तक जिला प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा पान की बर्बाद हुई खेती का जायजा लेने नहीं पहुंचा है. ना ही किसी ने भी पान की खेती कर अपना जीवनयापन करने वाले चौरसिया समाज की सुध ली है.
किसान हो रहे परेशान, आगे बढ़ सकता है संकट
पान की खेती करने वाले किसानों से बात की तो उनका दर्द साफ झलका. ऐसे ही एक पान की खेती करने वाले किसान अंकित चौरसिया सहित कई लोगों ने प्रदेश सरकार से मदद करने की गुहार लगाई है. लॉकडाउन के चलते पान के खराब हो जाने से चौरसिया समाज को लाखों रुपयों का नुकसान उठाना पड़ रहा है. जिससे उन्हें आने वाले समय मे खाने के लाले भी पड़ सकते है. जिसको लेकर गांधी ग्राम में पान की खेती करने वाले अन्य किसानों ने सरकार के आगे मदद की गुहार लगाई है.
चौरसिया समाज पूरी तरह पान की खेती कर अपना जीवन यापन करता है. लेकिन लॉकडाउन के चलते सभी पान की दुकान बंद होने से पान बाजार में नहीं पहुंच रहा है. जिससे वो पूरी तरह बर्बाद हो गया है. चौरसिया समाज की हालत सिर्फ गांधी ग्राम में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में खराब है. सरकार को चाहिए की जल्द से जल्द चौरसिया समाज की मदद को आगे आएं.