जबलपुर : शहर में शातिर जालसाजों ने एक महिला डॉक्टर से धोखाधड़ी करते हुए 17 लाख रूपए ठग लिए. आरोपियों ने डॉक्टर को कॉल कर उनके पति की जीआईएस फाइल को पूरा करने के नाम पर महिला से 17 लाख रूपए मांगे थे. डॉक्टर ने गढ़ा थाने में आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है.
पेंडिंग फाइल को पूरा कराने के नाम पर ठगी
गढ़ा पुलिस ने बताया कि नेहरू नगर गढ़ा निवासी महिला चिकित्सक ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह पेशे से चिकित्सक हैं. और 5 जनवरी को उनके मोबाइल फोन पर पीके दुबे नाम के शख्स ने कॉल किया और कहा कि आपके पति की जीआईएस की फाइल पेंडिंग है, जिसे शासकीय आदेश से कम्पलीट करना है. फाइल की एनओसी के लिए 24 हजार 710 रुपए जमा करने पड़ेंगे. जिस पर डॉक्टर ने अपने खाते से एफएसएफबी के ईपीएफओ खाते में तीन बार इंटरनेट बैंकिंग से रुपए जमा कर दिए.
6 जनवरी को फिर आया कॉल
इसके बाद 6 जनवरी को फिर महिला डॉक्टर के पास फोन आता है जिसमें कहा जाता है कि आपके पति की फाइल को स्टेप टू स्टेप आगे बढ़ाना है. जिसकी अलग-अलग प्रोसेसिंग फीस 1 लाख 89 हजार 320 रुपए होगी. जिसके बाद डॉक्टर ने बताए गए कोटक महिन्द्रा बैंक के खाते में रकम भी जमा कर दी.
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कॉल आता रहा महिला डॉक्टर पैसे भेजती रही
इसके बाद 7 जनवरी को दिल्ली से सुनील मेहता के मोबाइल नंबर से फोन आया, यहां भी ठग ने महिला से पैसों के लिए कहा. डॉक्टर ने ठग के कहने पर फिर 2 लाख 14 हजार 480 रुपए जमा कर दिए. 8 जनवरी को फिर 31 हजार 589 रुपए और 11 जनवरी को 3 लाख 1 हजार 390 रुपए भेज दिए.
कई नंबरों से फोन आए...महिला से तकरीबन 17 लाख की ठगी
12 जनवरी को अजय माथुर नाम के शख्स का महिला को फोन आया और उसको भी महिला ने 2 लाख 85 हजार 500 रुपए भेज दिए. इसके बाद 18 जनवरी को भोपाल से किसी पालीवाल का कॉल आने पर 2 लाख 70 हजार 79 रुपए भेजे गए. डॉक्टर द्वारा अपने पति के खाते से भी अलग-अलग किश्तों में 4 लाख रुपए और भेज दिए गए. कुल 16 लाख 90 हजार 68 रुपए जमा कराते हुए शातिर जालसाजों ने महिला से हड़प लिए.
गढ़ा थाने में शिकायत दर्ज
बहरहाल गढ़ा टीआई राकेश तिवारी ने बताया कि महिला चिकित्सक की रिपोर्ट पर चार विभिन्न मोबाइल नंबरों के धारकों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है. मोबाइल नंबर एवं बैंक खातों के आधार पर साइबर सेल की मदद से आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है.