जबलपुर। कृषि कानून के विरोध में बीते 41 दिनों से देश की राजधानी में किसान कड़कड़ाती ठंड में भी आंदोलन कर रहे हैं. बावजूद इसके सरकार किसानों की मांग मानने को तैयार ही नहीं है. अब जब देश की राजधानी में किसानों ने कृषि कानून को लेकर आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है, तो देश के युवाओं ने भी किसानों को अपना समर्थन दिया है.
किसानों के समर्थन में NSUI ने निकाला मशाल जुलूस
कृषि बिल कानून के विरोध में किसानों के समर्थन में छात्र संगठन भी अब उतर आया है. जबलपुर में बुधवार को NSUI ने सिविल लाइन से रेलवे स्टेशन तक विशाल मशाल जुलूस निकाला. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई. NSUI के मशाल जुलूस में जहां सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे, तो वहीं कार्यक्रम के दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा.
किसानों की सिर्फ एक मांग काला कानून वापस ले सरकार
जबलपुर में हुए मशाल जुलूस कार्यक्रम में भारतीय राष्ट्रीय संगठन के राष्ट्रीय सचिव नीतीश गौड़ भी मौजूद रहे. मशाल जलूस में शामिल होने के दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देशभर के किसानों को जबरन कृषि कानून थोपा है, जो कि सही नहीं है. उन्होंने कहा कि इस बिल के खिलाफ अब किसानों के साथ-साथ देश के छात्र भी खड़े हो गए हैं.
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सिविल लाइन से स्टेशन तक निकला मशाल जुलूस
कृषि कानून और केंद्र सरकार के विरोध में जबलपुर में निकाले गए मशाल जुलूस में NSUI के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे. बुधवार को इस मशाल जुलूस के दौरान भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने केंद्र सरकार को साफ तौर पर चेतावनी दी है कि अगर कृषि कानून वापस नहीं लिया जाता है तो पूरे देश के छात्र किसानों का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोल आंदोलन भी करेंगे.