जबलपुर। कोरोना संक्रमण के दौरान कुछ लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी कर रहे हैं. उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए है, जिसके बाद जिला प्रशासन ने इंजेक्शन की कालाबाजारी में लिप्त दो आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की. साथ ही उन्हें 6 माह के लिए केंद्रीय जेल भेज दिया.
पकड़े गए दो आरोपी
12 अप्रैल 2021 को ओमती थाने में ड्रग इंस्पेक्टर रामलखन पटेल ने लिखित शिकायत की थी, जिसमें बताया गया कि मुनीष मेडिकल स्टोर में काम करने वाले सुदामा और नितिन विश्वकर्मा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे है. ये दोनों लगभग 18 हजार रुपये में कार्तिक अग्निहोत्री को इंजेक्शन बेचने की बात कर रहे है. इस घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद प्रशासन के निर्देश पर सुदामा और नितिन के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
दोनों आरोपियों की जमानत हुई निरस्त
सुदामा बघेल और नितिन विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां न्यायालय ने माना कि वर्तमान की स्थिति को देखते हुए जीवन रक्षक इंजेक्शन की कालाबाजारी करना एक बड़ा अपराध है. लिहाजा दोनों के जमानत आवेदन को न्यायालय ने निरस्त कर दिया.
रेमडेसिविर की कालाबाजारीः निजी अस्पताल के 2 डॉक्टर सहित 5 गिरफ्तार
पहली रासुका की कार्रवाई जबलपुर में
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने सुदामा बघेल और नितिन विश्वकर्मा के अपराध को गंभीर मानते हुए एनएसए के तहत गिरफ्तारी वारंट जारी कर छह माह के लिए केन्द्रीय जेल भेज दिया है.