जबलपुर। मध्य प्रदेश सरकार हॉकी को एक बार फिर से सम्मानजनक खेल बनाना चाहती है, लेकिन हॉकी जिन लोगों के पास है. वे हॉकी को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं. जबलपुर में हॉकी के हर जिले के प्रतिनिधियों को बुलाया गया था. मध्य प्रदेश हाकी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने एक सामान्य मीटिंग बुलाई थी, लेकिन इसमें केंद्र सरकार के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर ने अपने पूरे दलबल के साथ पहुंचे और उनके समर्थकों ने मंच पर बैठे हुए लोगों का अपमान करना शुरू कर दिया. मंच पर मध्य प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव और आर एस एस के कद्दावर नेता प्रशांत सिंह के छोटे भाई दिग्विजय सिंह भी बैठे हुए थे, लेकिन नेता पुत्र ने किसी का सम्मान नहीं किया. लिहाजा दिग्विजय सिंह मंच छोड़कर चले गए.
हॉकी के खिलाड़ी का अपमान
वहीं हॉकी के पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी जलालुद्दीन रिजवी ने भी हॉकी की वर्तमान दशा पर दुख प्रकट किया. जलालुद्दीन रिजवी 1984 में भारत की हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व ओलंपिक गेम में कर चुके हैं. उन्हें अर्जुन अवॉर्ड भी मिला है, लेकिन यहां पर जब नेता पुत्र देवेंद्र सिंह तोमर को मंच पर बैठाया गया, तो हॉकी के चाहने वालों ने फेडरेशन और हाकी संघ के नेताओं को समझाया कि जब कार्यक्रम में हॉकी का इतना बड़ा खिलाड़ी बैठा हुआ है तो उन्हें सम्मान क्यों नहीं दिया जा रहा. जलालुद्दीन रिजवी ने कहा कि वह अपनी आंखों के सामने हॉकी को बर्बाद होता हुए देख रहे हैं.