जबलपुर। बीते तीन दिनों से जबलपुर में लगातार बारिश हो रही है. बारिश बहुत तेज नहीं है लेकिन मौसम में नमी बढ़ गई है चारों तरफ कोहरा छाया हुआ है और जनजीवन प्रभावित हो रहा है.नमी बढ़ने से ठंड तो बढ़ी है लेकिन दिसंबर में पड़ने वाली तेज ठंड ने अभी अपने तेवर दिखाना शुरू नहीं किए हैं.
महाकौशल में बारिश का दौर जारी: बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात की वजह से ठंड के मौसम में जो बारिश शुरू हुई थी वह अभी भी जारी है. जबलपुर में बीते 24 घंटे में लगभग 11 मिली मीटर बारिश हो चुकी है. बीते तीन दिनों से लगातार हल्की बारिश हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार जबलपुर का बीते 24 घंटे का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहा है. जबलपुर ही नहीं मंडला, सिवनी, नरसिंहपुर, कटनी में भी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे ऐसी ही स्थिति बने रहने की संभावना है.
बारिश ने बढ़ाई मुसीबत: शहर के बाहरी इलाकों की बात करें तो यहां कोहरा छाया हुआ है. अचानक बदले मौसम की वजह से जनजीवन प्रभावित हो रहा है. लोगों ने दिसंबर में ठंड की उम्मीद की थी लेकिन ठंड के साथ आई बारिश ने घर से बाहर निकाल कर काम करने वाले लोगों के सामने समस्या खड़ी कर दी है. खुले में कारोबार करने वाले लोग अचानक से बदले इस मौसम की वजह से परेशान हैं. खास तौर पर जबलपुर में सब्जी का व्यापार करने वाले लोगों के सामने रोजगार का बड़ा संकट खड़ा हो गया है.
अब बढ़ेगी ठंड : जिस तरह की ठंड जबलपुर में दिसंबर के मौसम में पड़ती है उस तरह की ठंड अभी तक जबलपुर में शुरू नहीं हुई है. जैसे ही मौसम खुलेगा ठंड अपने पूरे तेवर दिखाएगी. शहर के बाहरी इलाकों में कोहरा छाया हुआ है. मौसम खुलने के बाद ठंड के और अधिक बढ़ने की संभावना है.
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खेती-किसानी पर कितना असर: हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान मिचोंग अब कमजोर पड़ने लगा है और इसका असर अब ज्यादा लंबा नहीं चलेगा.अचानक से आई बारिश की वजह से इस बार महाकौशल इलाके में गेहूं की बोवनी पर बड़ा असर पड़ा है और अभी तक कई किसान गेहूं की बोवनी नहीं कर पाए हैं. वहीं जबलपुर में हरी मटर की भी हालत खराब है. कुल मिलाकर मौसम का यह बदलाव कुछ किसानों के लिए अमृत वर्षा कर रहा है और कुछ किसानों के लिए कहर बनकर आया है.