जबलपुर। एमपी में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ते ही दल बदल भी शुरू हो गया है, बुधवार को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ कई राष्ट्रीय पदों पर काम करने वाले समीर दीक्षित ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. समीर दीक्षित जबलपुर की कैंट विधानसभा में कांग्रेस के टिकट के पद के दावेदार थे, लेकिन अचानक उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. इतना ही नहीं समीर दीक्षित के साथ 200 से ज्यादा कार्यकर्ता भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए. समीर दीक्षित का कहना है कि उन्हें एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती हुई नजर आ रही है.
सीएम और गोपाल भागर्व की अध्यक्षता में ली भाजपा का शपथ: जबलपुर में बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पश्चिम विधानसभा में एक फ्लाई ओवर का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे थे, इसी सभा में समीर दीक्षित ने भारतीय जनता पार्टी ज्वॉइन की. इस मौके पर जबलपुर पश्चिम के विधायक पद की प्रत्याशी जबलपुर सांसद राकेश सिंह और मध्य प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव मौजूद रहे. बता दें कि बीते दिनों समीर दीक्षित तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने जबलपुर के भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री हरेंद्र जीत सिंह बब्बू की मुलाकात दिग्विजय सिंह के साथ करवाई थी और उनकी फोटो वायरल हो गई थी.
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कांग्रेस को होगा नुकसान: समीर दीक्षित जबलपुर में बीते कई दिनों से ब्राह्मण सभा की राजनीति भी कर रहे थे और जबलपुर में ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष हैं, ऐसी स्थिति में उनका कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में जाना कांग्रेस को नुकसान पहुंचाएगा. हालांकि अभी कांग्रेस ने टिकटों की घोषणा नहीं की है, लेकिन ऐसी संभावना लग रही है कि कांग्रेस की टिकट घोषणा के बाद जिन कांग्रेस के नेताओं को टिकट नहीं मिलेगा, वह भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं..