जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय संगठन ने मध्य प्रदेश की अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में दूसरे प्रदेशों के विधायकों को कार्यकर्ताओं की नब्ज तोड़ने के लिए भेजा है. जबलपुर में पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में महाराष्ट्र की बुलढाणा जिले की चकली विधानसभा क्षेत्र से श्वेता महाले पाटिल को भेजा गया है. श्वेता पाटिल बीते एक सप्ताह से पश्चिम विधानसभा में रोज बैठक ले रही हैं. गुरुवार को उन्होंने अपने सर्वे के आधार पर बताया कि पश्चिम विधानसभा सीट में इस बार भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में माहौल है.
पिछली बार सीट पर गलत कैंडिडेट का हुआ था सिलेक्शन: जबलपुर में पश्चिम में कराए गए सर्वे को लेकर श्वेता महिला पाटिल का कहना है कि "भारतीय जनता पार्टी अपना पिछला चुनाव गलत कैंडिडेट के सिलेक्शन की वजह से हार गई थी. पिछली बार इस विधानसभा से पूर्व मंत्री हरेंद्र जीत सिंह बब्बू को टिकट दी गई थी. श्वेता महाले पाटिल ने कहा जनता उनसे नाखुश थी, इसलिए बीजेपी चुनाव हार गई थी. श्वेता महाले पाटिल की इस बातचीत से इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार की टिकट में हरेंद्र जीत सिंह बब्बू शामिल नहीं है."
सर्वे का आधार पर तय होगा उम्मीदवार: श्वेता पाटिल ने यह भी आरोप लगाया कि इस विधानसभा से कांग्रेस के विधायक मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट को लेकर भी जनता में आक्रोश है. उनका कहना है कि "बीते 5 सालों में तरुण भनोट जनता से नहीं मिले हैं, इसलिए जनता बदलाव के मूड में है. जबलपुर की चारों विधानसभाओं में चार विधायक इन दिनों सर्वे कर रहे हैं. पार्टी के अलावा सामान्य लोगों से भी बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं. इनके आधार पर वे केंद्रीय संगठन को अपनी रिपोर्ट देंगे. उसी के आधार पर यह फैसला होगा कि इस विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार किसे बनाया जाए. हालांकि उन्होंने किसी उम्मीदवार का नाम नहीं लिया है, लेकिन यहां जबलपुर के नगर अध्यक्ष प्रभात साहू, युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडे और रिटायर्ड आईएएस वेद प्रकाश शर्मा उम्मीदवारी कर रहे हैं.