जबलपुर। शहर में लगे कर्फ्यू की खबर जैसे ही राज्य सरकार को मिली तो दो कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया और तरुण भनोट आनन-फानन में विमान से जबलपुर पहुंचे. यहां पहुंचकर दोनों ने लोगों ने शांति की अपील की है. मंत्रियों ने प्रशासन के साथ कर्फ्यू प्रभावित क्षेत्रों का दौरा भी किया. हालांकि दोनों मंत्रियों का आज जबलपुर में कोई दौरा नहीं था, लेकिन सीसीए और एनआरसी के विरोध के दौरान जब जबलपुर के हालात बिगड़े तो मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दोनों को यहां भेज दिया.
मंत्री लखन घनघोरिया ने की अपील
प्रदेश के सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया का कहना है कि जबलपुर की तहजीब गंगा जमुनी रही है और यहां देश के बड़े बड़े फैसलों पर कभी कोई विवाद नहीं हुआ.मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि मध्यप्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून लागू नहीं किया जाएगा, लेकिन इसके बाद भी एक वर्ग विशेष में विरोध का माहौल बना हुआ है और इसी में से कुछ उपद्रवी तत्वों ने शहर के अमन-चैन को खराब कर दिया. पुलिस प्रशासन इन तत्वों से कड़ाई से निपटेगा.
तरुण भनोट का बयान
वहीं राज्य सरकार के वित्त मंत्री तरुण भनोट का कहना है कि प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से हालात ज्यादा नहीं बिगड़ पाए और जो बिगड़े भी हैं, उन्हें जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा. वित्त मंत्री और सामाजिक न्याय मंत्री उन इलाकों का दौरा कर रहे हैं.
दो दिन पहले हुआ था बड़ा प्रदर्शन
सीएए को एमपी में लागू करने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने पहले ही राजनीति शुरू की थी और 2 दिन पहले ही एक बड़ा प्रदर्शन किया था. वहीं कुछ दिनों पहले भी मंडी मदार टेकरी इलाके में ही एक बड़ा मौन जुलूस इस कानून के विरोध में निकाला गया था, लेकिन कब तक किसी को उम्मीद नहीं थी कि जबलपुर में कर्फ्यू जैसे हालात बन जाएंगे.
पुलिस पर पथराव
दोपहर में मंडी मदार टेकरी इलाके में भी लोगों ने सीएए के विरोध में प्रदर्शन किया. हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. तो लोगों ने पुलिस बल पर पथराव कर दिया. जिसमें 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए. घायल पुलिसकर्मियों को सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है.