जबलपुर। मध्य प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान लगातार मंचों से इस बात को लेकर वाहवाही लूट रहे हैं कि प्रदेश में गेहूं का उत्पादन पंजाब व हरियाणा से ज्यादा हो रहा है. दावा किया जाता है कि बीजेपी सरकार की वजह से मध्य प्रदेश का गेहूं का उत्पादन बढ़ गया है. लेकिन शिवराज मंत्रिमंडल के सदस्य और नागरिक खाद्य आपूर्ति विभाग के मंत्री बिसाहूलाल सिंह का कहना है कि बीते 2 सालों से मध्यप्रदेश में गेहूं का उत्पादन अभूतपूर्व तरीके से घटा है.
प्रदेश में गेहूं का उत्पादन 50 फीसदी गिरा : मध्य प्रदेश में बीते 2 सालों में गेहूं का उत्पादन 50% से भी कम हो गया है. हालांकि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के मंत्री इस बात का भरोसा दिला रहे हैं कि गरीबों को राशन में कमी नहीं आएगी और जरूरत पड़ेगी तो केंद्र सरकार से गेहूं मांगा जाएगा. बिसाहूलाल सिंह का कहना है कि कमलनाथ की सरकार को भारतीय जनता पार्टी ने नहीं गिराया. दिग्विजय सिंह की महत्वाकांक्षा और उनके भाई भतीजावाद की वजह से कमलनाथ की सरकार गिरी. इसलिए जनता दोबारा कांग्रेस पर भरोसा नहीं करेगी.
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कांग्रेस से लोगों का भरोसा उठा : मंत्री बिसाहूलाल का कहना है कि कमलनाथ ने तो किसानों के दो लाख तक के कर्ज माफ करने की बात भी कही थी लेकिन क्या वे उसे पूरा कर पाए इसलिए जनता कांग्रेस की बातों पर यकीन नहीं करेगी. बिसाहूलाल सिंह का कहना है कि कांग्रेस ने अपने समय में आदिवासियों को पर्याप्त नेतृत्व नहीं दिया था. महाकौशल के पूरे इलाके से मात्र एक आदिवासी विधायक ओमकार सिंह मरकाम को ही मंत्रिमंडल में लिया गया था. इसके अलावा बाकी लोगों को हाशिए पर रखा गया था. इसलिए कांग्रेस का यह दावा कि वे आदिवासियों के हितेषी हैं, सही नहीं है.