जबलपुर। कोरोना काल में कई लोगों की नौकरियां खत्म हो रही हैं. लोग बेरोजगार हो गए हैं. ऐसे में कई लोग अपने घरों से दूर दूसरे शहर में रह रहे हैं लेकिन वे जिस मकान में रहे हैं उनके मकान मालिक उन पर किराए का दबाव बना रहे हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर भरत यादव ने निर्देश जारी करके तमाम मकान मालिकों को यह हिदायत दी है कि किसी भी किराएदार से किराए की जोर जबरदस्ती नहीं की जाएगी और न मकान से किराएदारों को घर खाली करवाएंगे.
कलेक्टर भरत यादव का कहना है कि लॉकडाउन के इस समय में कई लोगों की नौकरियां चली गई हैं. कारोबार बंद हैं ऐसी स्थिति में बहुत सारे लोग किराया नहीं दे पा रहे हैं यदि यह लोग स्वेच्छा से किराया देते हैं तो ठीक है लेकिन किसी से जबरदस्तीनहीं की जा सकती.
कलेक्टर ने हॉस्टल संचालकों को भी स्पष्ट निर्देश दिया हैं कि जो बच्चे घर चले गए हैं लेकिन उनका सामान हॉस्टलों में रखा हुआ है उनसे भी जबरन किराया नहीं वसूला जा सकता. इसी तरीके से कई दुकानदारों से दुकानों के मालिक किराया मांग रहे हैं नहीं तो दुकान खाली करने की धमकी दी जा रही है. इस विषय में भी कलेक्टर ने बताया कि अभी लॉकडाउन खोला गया है इसलिए तुरंत किसी से किराए की उम्मीद न रखें. जिला प्रशासन ने तमाम मकान मालिकों को हिदायत दी है कि यदि ऐसी कोई शिकायत उनके पास पहुंचती है तो संबंधित मकान मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
स्कूल फीस मांग पर भी कार्रवाई
वहीं कई निजी स्कूल और कॉलेज बच्चों से फीस मांग रहे हैं. इस पर कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि यदि ऐसा कोई प्रकरण आता है तो कॉलेज और निजी स्कूल के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा.