जबलपुर। शहर में बने मदन महल रेल्वे स्टेशन अब पूरी तरह से पिंक स्टेशन बन चुका है. क्योंकि इस स्टेशन को संभालने की पूरी कमान अब महिलाओं के हाथों में आ चुकी है. जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. यहां टिकट कलेक्टर से लेकर स्टेशन की सुरक्षाकर्मी तक सभी महिलाएं हैं. इसके साथ ही मदन महल स्टेशन प्रदेश का पहला ऐसा स्टेशन बन गया है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी अब महिलाएं संभालेगी.
बता दे कि मदन महल रेलवे स्टेशन जबलपुर का व्यस्ततम स्टेशन माना जाता है. जहां दिनभर गाड़ियों की आवाजाही बनी रहती है. ऐसे में इस स्टेशन की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं को बड़ा कदम माना जा रहा है. स्टेशन मास्टर कॉजल कोस्टा का कहना है कि पूरे स्टेशन का संचालन करने का काम तो कठिन है, पर आज के समय में ऐसा कोई भी काम नहीं बचा है जो महिलाएं न कर सके. इसलिए स्टेशन को संभालने का काम हम पूरी जिम्मेदारी से करेंगे.
वही स्टेशन की डिप्टी एसएस अंजली बेस का कहना है कि रेलवे का काम शिफ्ट वाला काम होता है. इसलिए यदि परिवार साथ ना दे तो यह काम करना बहुत कठिन है. लेकिन, उनका परिवार पिछले कई सालों से उनका बखूबी साथ निभा रहा है, जिसके चलते उन्हें यह काम करने में आज तक कोई परेशानी नहीं हुई. अंजली फिलहाल गाडरवारा स्टेशन पर कार्यरत थी लेकिन अब वे मदन महस के डिप्टी एसएस की जिम्मेदारी संभालेगी.
मदन महल स्टेशन प्रदेश का ऐसा पहला स्टेशन है, जिसकी जिम्मेदारी अब पूरी तरह स महिलाओं के हाथ में है. स्टेशन पर लगभग सो से अधिक महिलाओं का स्टाफ है. जो दिन-रात यहां पर काम करेगा. स्टेशन की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी आरपीएफ ने महिला पुलिस दल को ही सौंपी है, यहां तक की स्टेशन पर खलासी तक का काम महिलाओं के जिम्मे कर दिया गया है.