जबलपुर। कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव शहर में धूमधाम से मनाया जा रहा है. रात 12 बजे जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होगा, उस वक्त उनकी विशेष पूजा की जाती है. इसे लेकर भी मंदिरों में खास तैयारियां की गई हैं. साथ ही कई जगह मटकी फोड़ कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसकी तैयारियां की जा चुकी हैं.
शहर के गढ़ा इलाके में गोंडकालीन राजाओं द्वारा निर्मित पचमठा मंदिर में भी कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां जोरों-शोरों से की जा रही है. बता दें कि इस मंदिर में वृंदावन से आए एक संत ने कृष्ण की मूर्ति विराजित की थी. लगभग 500 सालों से इस मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी पर भव्य आयोजन होता चला आ रहा है.
जबलपुर में पचमठा मंदिर के अलावा इस्कॉन मंदिर, राधा-कृष्ण मंदिर और ग्वारीघाट के मंदिरों में धूमधाम से पूजन-अर्चन किया जाता है. पूजा-पाठ का यह सिलसिला देर रात तक चलता है. जबलपुर में लगभग 8 दिनों तक मटकी फोड़ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है.