जबलपुर। खालसा कॉलेज के रजिस्ट्रार गौरव गुप्ता तीन दिसंबर को रहस्यमय ढंग से गायब हो गए थे. एक अपार्टमेंट में बंद बक्से में उनकी लाश मिलने से सनसनी फैल गई है. बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह गौरव गुप्ता की स्कूटी और हेलमेट लावारिस हालत में हाऊबाग मैदान के पास झाड़ियों में मिले थे. पुलिस ने मामले की तस्दीक की तो पता चला कि चंदन नाम के एक आरोपी ने 3 दिसंबर को आपसी विवाद के चलते गौरव गुप्ता को मौत के घाट उतार दिया था.
तीन दिसंबर को निकले थे कॉलेज के लिए
पुलिस ने बताया कि गौरव गुप्ता खालसा कॉलेज में रजिट्रार के पद पर कार्यरत थे. रोजाना की तरह तीन दिसंबर को सुबह नौ बजे अपनी स्कूटी से कॉलेज जाने के लिए निकले थे.लेकिन वो कॉलेज नहीं पहुंचे तो दोपहर में कॉलेज से एक कर्मचारी गौरव गुप्ता के घर पहुंचा और परिजनों को बताया कि वह कॉलेज अभी तक नहीं पहुंचे व उनका मोबाइल भी बंद है. जिसके बाद परिजनों की चिंता बढ़ गई.परिजनों ने तलाश शुरू की. तलाशने के बाद जब गौरव गुप्ता का कुछ पता नहीं चला तो पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई.
शक की बुनियाद पर सहकर्मी से पूछताछ
शक की बुनियाद पर पुलिस ने सूचना देने वाले चंदन सिंह को थाने लाकर पूछताछ की, तो चंदन सिंह ने सहकर्मी की हत्या करना स्वीकार कर लिया. हत्या की वजह आपसी मनमुटाव को बताया है.
हत्या कर बॉक्स में छुपाया शव
चंदन ने पुलिस को बताया कि उसने हत्या करने के बाद एक बॉक्स में गौरव गुप्ता की लाश को पैक कर दिया थ. इसके बाद ऑटो में बॉक्स को अपने किराए के मकान हाथीताल स्थित द्वारका अपार्टमेंट में लाया. बॉक्स को ऊपर रूम में ले जाते वक्त ऑटो ड्राइवर को इस बात का शक हो गया था कि इसमें कुछ है. जिसके बाद चंदन ने उसे पैसा देकर वहां से भगा दिया. चंदन ने बॉक्स को अपने घर पर ही छुपाकर रखा हुआ था. मौका देख ठिकाने लगाने की जुगत में था, लेकिन इससे पहले वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
लाश से आने लगी थी दुर्गंध
जब पुलिस शव की बरामदगी के लिए अपार्टमेंट पहुंची, तो चंदन का जैसे ही दरवाजा खोला तो बॉक्स से भारी दुर्गंध आने लगी थी. शव पूरा फूल गया था. पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल अस्पताल भेज दिया है. आरोपी चंदन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन मुख्य वजह अभी तक सामने नहीं आई है कि आखिर चंदन ने गौरव गुप्ता की हत्या क्यों की है.