जबलपुर। कोरोना वायरस से हो रही मौतों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला. कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में डेढ़ लाख लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई हैं. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का आरोप है कि आखिर राज्य सरकार श्मशान घाटों के आंकड़े सार्वजनिक क्यों नहीं कर रही है, श्मशान घाट ही नहीं, बल्कि गांव में तो लोगों ने अपने खेतों तक पर कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का अंतिम संस्कार किया है. क्या सरकार के पास इसका आंकड़ा है. यदि मेरा बयान गलत है तो सरकार इसकी जांच क्यों नहीं करवाती?
'नकली रेमडेसिविर बेचने वालों को बचा रही सरकार'
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने अशुद्ध के खिलाफ युद्ध चलाया था और शिवराज सिंह की सरकार नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने वालों को बचाने की कोशिश कर रही है. कमलनाथ का कहना है कि जबलपुर में जिस तरह से नकली इंजेक्शन का मामला सामने आया और वह शख्स किस पार्टी से जुड़ा हुआ था. यह उन्हें बताने की जरूरत नहीं है. इसके साथ ही गैलेक्सी अस्पताल में पांच लोगों की मौत के मामले पर भी कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि गड़बड़ करो और रेड क्रॉस में दान दे दो. कमलनाथ का कहना है कि जबलपुर में कोरोना वायरस के संकट काल में जमकर खेल हुआ है.
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वैक्सीनेशन के मामले पर भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि जब सरकार के पास वैक्सीन नहीं थी तो सरकार ने इसकी घोषणा क्यों की.उन्होंने कहा कि वह एक राजनीतिक चाल थी. उन्होंने कहा कि जब सरकार को युवाओं के वोट चाहिए थे तो सरकार ने युवाओं को वैक्सीनेशन फ्री करवाने का वादा कर दिया, जबकि देश में वैक्सीन उपलब्ध ही नहीं थी. वहीं केंद्र सरकार ने देश की चिंता किए बिना 6 करोड़ डोज विदेश भेज दिए. बाबा रामदेव के बारे में कमलनाथ ने कहा कि उन्हें उस विवाद की जानकारी तो नहीं है, लेकिन गांव में आज भी वैद्य ही इलाज दे रहे हैं.