जबलपुर। राजनीति के दो महारथीयों के बीच जमकर जुबानी जंग हुई. जिसमें एक थे मध्यप्रदेश के चाणक्य राजनीतिकार व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और दूसरे बेबाक भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार कृषि मंत्री कमल पटेल. दोनों ही दिग्गज नेताओं ने एक दूसरे की पार्टी पर हमला बोला.
दिग्विजय का सरकार पर वार
जाबलपुर पहुंचे मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हाल ही में जो बजट केंद्र सरकार ने पेश किया वह किसान विरोधी है. ये बजट पूरी तरह गरीब को चूसने वाला था. इस बजट में सिर्फ पूजीपतियों को ही लाभ मिला है. वहीं रोजाना गैस-पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार सेस मूल्य से डेढ़ गुना ज्यादा टेक्स ले रही है.
जिसका सीधे-सीधे असर आम जनता पर पड़ रहा है. उन्होंने प्रशानिक तंत्र पर भी हमला बोला. दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार के इशारे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है. हर जिले में अवैध शराब और रेत का कारोबार खुल कर चला रहा है. अधिकारी खुले आम महीना बांध कर वसूली कर रहे हैं. कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक पूरा कलेक्शन पहुंच रहा है.
दिग्गी पर कमल का पलटवार
जबलपुर में जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बीजेपी सरकार को घेर रहे थे. वहीं जबलपुर में ही दिग्विजय सिंह के हमलों का कृषि मंत्री कमल पटेल जवाब दे रहे थे. कृषि मंत्री ने कहा कि दिग्विजय सिंह बंटाधार मुख्यमंत्री रहे हैं. उन्होनें ऐसी कांग्रेस पार्टी चलाई की अब जीवन में दुबारा कभी कांग्रेस नहीं आ सकती. कमल पटेल ने कहा कि 10 माह में हमने 85 हजार करोड़ रु किसानों के खाते में पहुंचाए. हैं, जबकि इसी रकम पर कमलनाथ 15 माह तक कुंडली जमाकर बैठे हुए थे.