जबलपुर। नेताजी सुभाष चंद्र बोस सेंट्रल जेल मध्य प्रदेश की पहली जेल बन चुकी है जहां 100% वैक्सीनेशन हो चुका है. जेल प्रशासन की पहल से अब जबलपुर के सेंट्रल जेल में एक भी बंदी या स्टाफ ऐसा नहीं है, जिसे कोरोना का टीका ना लगा हो. जेल अधीक्षक के मुताबिक केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन करने के मकसद को लेकर जेल प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग से चर्चा की और जेल में वैक्सीनेशन का अभियान शुरू कर दिया.
जेल में 100 फीसदी वैक्सीनेशन
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मदद से सेंट्रल जेल में तीन दिवसीय वैक्सीनेशन शिविर आयोजित किया गया था. इस शिविर के माध्यम से सेंट्रल जेल में हर एक बंदी को वैक्सीन लगाई गई. शिविर में सुबह 7 बजे से लेकर शाम को 6 बजे तक वैक्सीनेशन किया गया. जबलपुर सेंट्रल जेल में तकरीबन 3000 कैदी मौजूद है जिनमें 18 साल से लेकर 80 साल तक के बंदी शामिल है. बंदियों में कई गंभीर बीमारियों से भी जूझ रहे हैं.
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बंदियों और स्टाफ को लगाई गई वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन का पहला डोज हर एक बंदी को लगाया गया है. इसके साथ ही दूसरे डोज की भी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. सेंट्रल जेल के वैक्सीनेशन अभियान में न केवल बंदियों बल्कि 400 की संख्या वाले सेंट्रल जेल के स्टाफ और उनके परिजनों को भी कोरोना टीका लगाया गया है. अच्छी बात यह रही कि सेंट्रल जेल में बंद कैदी और स्टाफ ने वैक्सीनेशन अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.