जबलपुर। महंगाई के इस जमाने में छोटा सा आशियाना ले पाना आम आदमी के लिए सबसे बड़ा काम होता है. लोग अपनी पूरी जीवन की कमाई लगा देते हैं लेकिन इसके बाद भी एक छोटा सा घर नहीं खरीद पाते. जबलपुर में नगर निगम मात्र 5 लाख 38000 से 6 लाख 20000 की कीमत में 1 बीएचके फ्लैट बेच रहा है. यह फ्लैट न केवल बहुत कम पैसे में उपलब्ध हैं बल्कि इनमें आम आदमी की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा गया है.
6 लाख में मिल जाएगा घर: जबलपुर शहर की कुदवारी मोहनिया तेवर और भटौली में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इन घरों को बनाया जा रहा है. जो मकान 5 लाख 38000 से 6 लाख 20000 में दिया जा रहा है उसमें दो कमरे हैं.जिनकी साइज 10 बाय 10 है. इनमें एक हाल है और एक बेडरूम है. वहीं दो बालकनी हैं लेटबाथ अलग-अलग हैं. किचन के साथ भी एक बालकनी जोड़ी गई है. पूरे घर में वेंटीलेशन का ध्यान रखा गया है. कामन एरिया भी पर्याप्त छोड़ा गया है. हर टावर में दो लिफ्ट लगाई जा रही हैं. 24 घंटे पानी बिजली की व्यवस्था, हर घर के लिए पार्किंग, कमरों में टाइल्स जैसी सुविधाएं दी गई हैं. इसमें फ्लैट के भीतर मकान मालिक को लगभग 382 वर्ग फीट जगह मिलती है.
मात्र 60000 जमा करो और बुक करो: इन मकानों को खरीदना भी बहुत आसान है. शुरुआत में पंजीयन के दौरान मात्र 10% राशि मतलब लगभग ₹60000 नगर निगम में जमा करना होता है और आपके नाम से मकान बुक हो जाता है. इसके बाद बाकी राशि पजेशन के समय देनी होती है. नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी फाइनेंस करवाने के लिए भी पूरी व्यवस्था करवाते हैं.
सुविधा और अधिक बढ़ाई जाएगी: नगर निगम में आवास योजना के प्रभारी अधिकारी सुनील दुबे ने बताया कि इन बुनियादी सुविधाओं के अलावा भी हर टावर के पास छोटा सा गार्डन है. कुछ कम्युनिटी सेंटर भी बनाए जा रहे हैं. भव्य प्रवेश द्वार और सुरक्षा की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है. नगर निगम जबलपुर को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जबलपुर में लगभग 4500 हजार मकान बनाने हैं इनमें से 432 मकान बनाए जा चुके हैं और 3984 मकान निर्माणाधीन है. इस योजना में ईडब्ल्यूएस, एलआईजी और एमआईजी सभी किस्म के मकान बनाए जाने हैं लेकिन फिलहाल ईडब्ल्यूएस मकान बनकर उपलब्ध हैं और इनमें से कुछ मकानों में लोग रहने भी लगे हैं.
खरीददार की राय: ETV भारत की टीम कुदवारी में बन रहे एक निर्माणाधीन फ्लैट का मुआयना करने पहुंची थी इस दौरान इस फ्लैट को खरीदने वाला एक परिवार यहां पहुंचा. इस परिवार के मुखिया शंकर पंजवानी ने बताया कि वह एक छोटी सी दुकान चलाते हैं और शहर में महंगे घर खरीद पाना उनके लिए कठिन काम है. ऐसी स्थिति में नगर निगम द्वारा बनाया जा रहा यह 620000 का मकान उनके लिए बड़ी सहूलियत है.
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अब पहले से ज्यादा अच्छी डिजाइन: ईडब्ल्यूएस क्वार्टर्स बहुत लंबे समय से सरकार बना रही है लेकिन पहले इनका डिजाइन बिल्कुल अच्छा नहीं था और कमरे काफी छोटे थे, लेकिन अब उनके कमरों की साइज भी बड़ी कर दी गई है और इमारत की दूसरी जरूरत को भी ध्यान में रखकर उनकी साइज बढ़ा दी गई है. वहीं फ्लोर पर लगे हुए टाइल्स मकान की खूबसूरती में अब चार चांद लगा रहे हैं. महंगाई के इस जमाने में 6 लाख 20000 ₹ का एक मकान सपनों के घर जैसा है. फिलहाल जिन स्थानों पर यह मकान बनाए जा रहे हैं वे शहर के मुख्य बाजार से थोड़े दूर नजर आते हैं लेकिन बढ़ता हुआ शहर इन्हें बहुत जल्दी अपने भीतर समेट लेगा.