जबलपुर। जबलपुर सहित कटनी-सतना-नरसिंहपुर-दमोह में ना जाने कितने ऐसे लोग हैं, जो फर्जी जमानत के दम पर जेल से बाहर आ गए हैं. जिन्हें अब पुलिस तलाश करने में जुट गई है. फर्जी जमानतदारों के गिरोह का जबलपुर पुलिस ने आज खुलासा किया है. हनुमानताल थाना पुलिस ने एक महिला सहित फर्जी जमानतदार गिरोह के सात लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने आरोपियों के पास से सैकड़ों बही और कई तहसील न्यायालय की सील भी बरामद की है. साथ ही नकली बही बनाने में प्रयुक्त प्रिंटर और कंप्यूटर भी जप्त किया गया है.
जबलपुर सहित कई जिलों में फैले थे आरोपियों के तार
जबलपुर के हनुमानताल थाना पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों के तार सिर्फ जबलपुर ही नहीं बल्कि सतना- कटनी- नरसिंहपुर- दमोह -मंडला सहित कई अन्य जिलों से जुड़े हुए थे. फर्जी जमानतदार गिरोह का सरगना मुन्ना उर्फ शौकत जो कि अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी बही बनाते हुए उससे कोर्ट से जमानत भी करवाया करता थे. जबलपुर पुलिस ने शौकत और उसके साथियों से सैकड़ों फर्जी बही, कई तहसील न्यायालय की सील,प्रिंटर ,कंप्यूटर और लेमिनेशन मशीन जप्त की है. आरोपी इतने शातिर थे कि जमानत के लिए नकली बही के साथ-साथ नकली आधार कार्ड तक भी बना लेते थे.
डेढ़ हजार रुपए में बना देते थे फर्जी बही
पुलिस गिरफ्त में फर्जी जमानतदार के सदस्य महज एक से डेढ़ हजार रुपए में ही फर्जी बही और आधार कार्ड तैयार कर कोर्ट से जमानत करवा देते थे. उस जमानत के एवज में आरोपियों के परिजनों से मोटी रकम भी वसूला करते थे. गिरोह का सरगना शौकत इतना शातिर था कि बहुत ही आराम से हूबहू फर्जी बही- आधार कार्ड बनाकर उसमें अपने साथियों की फोटो लगाकर मजिस्ट्रेट को चकमा देते हुए जमानत करवा दिया करते थे.
खास बात यह है कि साल 2003 से चल रहे शौकत का फर्जी बही के नाम पर जमानत दिलवाने का काम कभी रुका ही नहीं, जबकि कई बार वह पुलिस गिरफ्त में भी आ चुका था.
शौकत के गिरोह में महिला सदस्य भी
मास्टर माइंड मुन्ना उर्फ शौकत जो कि गोहलपुर थाने का निगरानी बदमाश है और उसके गिरोह में उसकी एक महिला साथी भी है, आसानी से जमानत देने वालों को तैयार कर लिया करती थी. शौकत अली और सलमा बी के खिलाफ जबलपुर के सिविल लाइन-ओमती थाना सहित नरसिंहपुर और कटनी जिलों के कई थानों में फर्जी जमानत लेने के मामले दर्ज हैं.
13 साल से चल रहा है शौकत का फर्जी जमानतदार का गैंग
पुलिस के मुताबिक गिरोह की सदस्य सलमा बी बीते 13 साल से फर्जी बही तैयार कर जमानत पर रिहा करवाने का काम कर रहीं थीं. पकड़े गए गिरोह के पास से तेंदूखेड़ा-दमोह-कटनी- इटारसी- नरसिंहपुर- मंडला -जबलपुर -सतना -रीवा जिले की कई तहसील और तहसीलदारों के नाम की सील बरामद हुई है. इसके अलावा सैकड़ों फर्जी बही भी मिली है. पुलिस की मानें तो आरोपी किसी के भी नाम के खसरा का रिकार्ड निकलवाकर उसकी फर्जी बही बना लिया करते थे. इन बही में शौकत और सलमा अपने साथी और अन्य लोगों का फोटो लगाकर कोर्ट से जमानत करवा लिया करते थे.
पुलिस ने फर्जी जमानत के लिए मुखबिर को बनाया अपना हथियार
जबलपुर सीएसपी अखिलेश कुमार गौर के मुताबिक लगातार शिकायतें आ रही थी कि जबलपुर के गोहलपुर में रहने वाला शौकत अली का एक गिरोह संचालित हो रहा है, जो कि फर्जी बही-आधारकार्ड बनाकर कोर्ट से जमानत दिलवाने का मोटी रकम लेकर किया करता था. शिकायत के बाद पुलिस ने अपने मुखबिर को गिरोह का सरगना के पास जमानत के लिए भेजा और आखिरकार पुलिस ने इस ग्रुप के सभी सदस्यों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की.
फर्जी जमानतदार के इस खेल में कुछ वकील और बाबुओं के भी शामिल होने की पुलिस को आशंका है. जमानत करवाने वाले आरोपियों का नाम यही लोग उपलब्ध करवाया करते थे. फिर यह गैंग फर्जी जमानतदार की व्यवस्था करते हुए और फर्जी बही लगाकर जमानत करवा लिया करते थे, फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को रिमांड में लेकर उससे पूछताछ करना शुरू कर दिया है.