जबलपुर। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीद-फरोख्त मामले में जुड़े एक और आरोपी को सोमवार को एसआईटी ने गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. एसआईटी ने जबलपुर कोर्ट के बाहर से सरबजीत सिंह मोखा के बेटे हरकरण सिंह मोखा को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह अपने आपको सरेंडर करने पहुंचा था. हरकरण सिंह मोखा पर पुलिस ने पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.
नकली आईडी बनाकर मंगवाए थे इंजेक्शन
जानकारी के मुताबिक सिटी अस्पताल संचालक सरबजीत सिंह मोखा के बेटे हरकरण सिंह मोखा ने नकली आईडी बनवाकर इंदौर से रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगवाया करता था. हरकरण सिंह के पिता सरबजीत सिंह मोखा, जो कि सिटी अस्प्ताल के संचालक हैं, उन्हें और उनकी पत्नी सहित पांच लोगों को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. हरकरण सिंह की तलाश में लगातार एसआईटी की टीम दबिश दे रही थी. दिल्ली-इंदौर सहित आसपास के जिलों में भी तलाश की जा रही थी. हरकरण सिंह मोखा को सोमवार को जिला कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया गया है.
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सरेंडर करने पहुंचा था कोर्ट हरकरण सिंह
जानकारी के मुताबिक, हरकरण सिंह मोखा अपने आप को कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे थे. यह भनक जैसे ही एसआईटी टीम को लगी, वैसे ही टीम मौके पर जाकर बैठ गई. कुछ देर बाद हरकरण सिंह मोखा जैसे ही जिला कोर्ट पहुंचा, तभी पुलिस ने हरकरण को गिरफ्तार कर अपनी गाड़ी में बैठा लिया.