जबलपुर। शहर की आयुध निर्माणी खमरिया में एक बार फिर बम निर्माण के दौरान डेटोनेटर फटने से एक हादसा हो गया और इसमें ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कर्मचारी रोहित राजभर और एक चार्ज मैन बुरी तरह झुलस गए हैं. फिलहाल घायल कर्मचारियों को जबलपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है. इसी के साथ फैक्ट्री में जिस वक्त डेटोनेटर फटा तो आग लग गई, हालांकि आग फायर पर बिग्रेड ने तत्परता से काम करते हुए पर काबू पाया.
बुरी तरह झुलसे कर्मचारी: दरअसल रोहित फैक्ट्री के फिलिंग सेक्शन में f9 130 कमरा नंबर 2 में काम कर रहे थे, इसी दौरान यह डेटोनेटर फट गया. आसपास काम करने वाले साथियों ने तुरंत आकस्मिक सहायता के लिए अलार्म बजाया, तुरंत मौके पर वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए और रोहित राजभर को चार्ज मेंन बघारे घटनास्थल से अलग किया. यहां कुछ हिस्से में आग भी लगी, राहत की बात है कि इस पर भी काबू पाया गया. रोहित को इलाज के लिए पहले फैक्ट्री की ही खमरिया स्थित अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन रोहित की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जबलपुर के महाकौशल अस्पताल भेज दिया गया है. फिलहाल उनका इलाज चल रहा है, वह शरीर में कई जगह झुलस गए हैं.
इन खबरों पर भी एक नजर: |
साल में कई बार होते हैं ऐसे हादसे: ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, खास तौर पर गर्मी के समय यह घटनाएं ज्यादा बढ़ जाती हैं क्योंकि बारूद हल्की सी रगड़ में ही जल जाता है और तेज तापमान में यह घटनाएं ज्यादा होती हैं. वहीं कई बार कर्मचारियों की छोटी सी लापरवाही भी ऐसे हादसों की वजह बनती है, जबलपुर के आयुध निर्माणी में छोटे डेटोनेटर से लेकर कई बड़ी तोपों के गोले बनाए जाते हैं, इसमें सबसे खतरनाक तोप धनुष के गोले भी बनाए जाते हैं. बहुत सा काम मशीनों से होता है, लेकिन कुछ काम मैनुअली ही करना पड़ता है और इसी के दौरान ऐसे हादसे सामने आते हैं.
सरकार की ओर से नहीं मिला सहायता राशि: रोहित के हाथ बुरी तरह से जल गए हैं, सेना में काम करने वाले सैनिकों को घायल होने पर सम्मान मिलता है और सरकार की ओर से बड़ी सहायता भी मिलती हैं. रोहित राजभर भी इन्हीं सैनिकों के लिए गोले बना रहे थे, जिसमें उनकी जान पर बन आई.