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महाकौशल में जंगली सुअरों का आतंक, राज्यसभा में सांसद कैलाश सोनी ने रखी ये चौंकाने वाली मांग - महाकौशल में सुअरों का आतंक

मध्य प्रदेश से सांसद कैलाश सोनी ने राज्यसभा में एक अनोखे मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने जंगली सुअरों को मारने की अनुमति किसानों को देने की मांग की है. कैलाश सोनी का कहना है कि जंगली सुअर किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं. साथ ही खेतों में काम करने वाले किसानों पर भी हमला कर रहे हैं. इसलिए इन सुअरों को मारने की आजादी किसानों को दी जाए. Terror of wild pigs Jabalpur

Jabalpur news Terror of wild pigs in Mahakaushal
महाकौशल में जंगली सुअरों का आतंक मारने की अनुमति मांगी
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 8, 2023, 12:07 PM IST

Updated : Dec 8, 2023, 12:32 PM IST

राज्यसभा में सांसद कैलाश सोनी ने रखी ये चौंकाने वाली मांग

जबलपुर। राज्यसभा में सांसद कैलाश सोनी ने मांग की है कि सरकार जंगली सुअरों को नियंत्रित करने के लिए कोई कानून बनाए. जिन किसानों के पास लाइसेंसी बंदूकें हैं, उन्हें कलेक्टर या एसडीएम द्वारा जंगली सुअर को मारने की अनुमति दी जाए. कैलाश सोनी का कहना है कि किसानों को खेतों में बाड़ लगाने के लिए अनुदान दिया जाए. उन्होंने कहा कि जिस करंट से आदमी की मौत ना होती हो लेकिन जो जंगली सुअर के लिए नुकसानदायक हो, उसके उपकरणों की व्यवस्था सरकार करवाए.

महाकौशल में सुअरों का आतंक : सवाल ये है कि सांसद को संसद में यह सवाल उठाने की जरूरत क्यों महसूस हुई. इसके पीछे की बड़ी वजह है यह है कि महाकौशल इलाके में जंगली सुअरों से लोग परेशान हैं. महाकौशल इलाके में जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर और रायसेन जिले में गन्ने की खेती होती है. गन्ने की खेती में सबसे बड़ा नुकसान जंगली सुअर पहुंचाते हैं. जंगली सुअर गन्ने की फसल को बुरी तरह बर्बाद कर देते हैं. इसकी वजह से मध्य प्रदेश के कई जिलों में किसानों को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है. वाइल्ड बोअर न केवल गन्ने की फसल बल्कि चना उड़द मूंग सोयाबीन आलू और मटर की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि राहगीरों पर हमला भी करते हैं. नरसिंहपुर जिले में ऐसे सैकड़ों मामले आए हैं.

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जंगली सुअर को मारना अपराध : नरसिंहपुर जिले में जंगली सुअरों की बढ़ती तादाद की वजह से लोगों का रात में निकलना मुश्किल हो गया है. जिन इलाकों में इनकी संख्या ज्यादा है, वहां लोग सतर्क होकर ही चलते हैं. जंगली सुअर अचानक हमला करता है और इसके बाद न केवल यह लोगों को काटते हैं बल्कि अपने पैरों से भी नुकसान पहुंचाते हैं. ये झुंड में आते हैं और लोगों को घायल कर देते हैं. जंगली सुअर पालतू जानवर नहीं है बल्कि इसे वन्य जीव माना जाता है. इसलिए इसे मारने पर वन्य जीवों के संरक्षण के कानून की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाती है. सांसद कैलाश सोनी ने इसी कानून में परिवर्तन की मांग की है.

राज्यसभा में सांसद कैलाश सोनी ने रखी ये चौंकाने वाली मांग

जबलपुर। राज्यसभा में सांसद कैलाश सोनी ने मांग की है कि सरकार जंगली सुअरों को नियंत्रित करने के लिए कोई कानून बनाए. जिन किसानों के पास लाइसेंसी बंदूकें हैं, उन्हें कलेक्टर या एसडीएम द्वारा जंगली सुअर को मारने की अनुमति दी जाए. कैलाश सोनी का कहना है कि किसानों को खेतों में बाड़ लगाने के लिए अनुदान दिया जाए. उन्होंने कहा कि जिस करंट से आदमी की मौत ना होती हो लेकिन जो जंगली सुअर के लिए नुकसानदायक हो, उसके उपकरणों की व्यवस्था सरकार करवाए.

महाकौशल में सुअरों का आतंक : सवाल ये है कि सांसद को संसद में यह सवाल उठाने की जरूरत क्यों महसूस हुई. इसके पीछे की बड़ी वजह है यह है कि महाकौशल इलाके में जंगली सुअरों से लोग परेशान हैं. महाकौशल इलाके में जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर और रायसेन जिले में गन्ने की खेती होती है. गन्ने की खेती में सबसे बड़ा नुकसान जंगली सुअर पहुंचाते हैं. जंगली सुअर गन्ने की फसल को बुरी तरह बर्बाद कर देते हैं. इसकी वजह से मध्य प्रदेश के कई जिलों में किसानों को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है. वाइल्ड बोअर न केवल गन्ने की फसल बल्कि चना उड़द मूंग सोयाबीन आलू और मटर की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि राहगीरों पर हमला भी करते हैं. नरसिंहपुर जिले में ऐसे सैकड़ों मामले आए हैं.

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Last Updated : Dec 8, 2023, 12:32 PM IST
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