जबलपुर। मध्य प्रदेश में सोयाबीन का रकबा घटने से अब सरकार की चिंता बढ़ गई है. प्रदेश में 20% तक सोयाबीन का रकबा घट गया है. इसपर कृषि मंत्री कमल पटेल ने चिंता जताई, और कहा कि कृषि वैज्ञानिकों की मदद से समस्या का समाधान ढूंढा जा रहा है. कमल पटेल ने किसान नेता राकेश टिकैत पर भी निशाना साधा. साथ ही उन्होंने जैविक खेती पर जोर देते हुए गाय पालन को जरूरी बताया. हालांकि उनका कहना है कि इसके लिए किसी को भी बाध्य नहीं किया जाएगा.
20% घटा सोयाबीन का रकबा
कृषि मंत्री कमल पटेल ने आगे कहा, 'प्रदेश में सोयाबीन के रकबे कम होने की एक वजह यह भी है कि हमारे किसान भाई जिस बीज का उपयोग करते हैं वह पुराना होता है, यही वजह है कि उन बीजों में बीमारी लग जाती है, हम कृषि वैज्ञानिकों से मिलकर इस समस्या का समाधान करने में जुटे हुए हैं, अभी तक प्रदेश में करीब 20% सोयाबीन का रकबा कम हुआ है, जिसके चलते केंद्र सरकार ने प्रदेश को सोयाबीन के नए बीज भी उपलब्ध करवाए हैं'.
राकेश टिकैत हैं बिचौलिया : कमल पटेल
मध्य प्रदेश में जल्द ही किसान नेता राकेश टिकैत का कार्यक्रम होना है. उनके कार्यक्रम पर भी कृषि मंत्री कमल पटेल ने निशाना साधा. उन्होंने कहा, राकेश टिकैत का मध्य प्रदेश में वजूद नहीं है इसलिए उनके कार्यक्रम से किसी भी तरह का असर प्रदेश में नहीं पड़ेगा, राकेश टिकैत के पिता किसान थे, पर वो बिचौलियों के हमदर्द हैं'.
मध्य प्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. कृषि मंत्री कमल पटेल आगामी उपचुनाव में बीजेपी की जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त नजर आए. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में जीत मिलेगी क्योंकि कांग्रेस से जनता का मोहभंग हो गया है, और कांग्रेस ने किसानों को ठगने का काम किया है.