जबलपुर। रिटायर्ड आईएएस वेद प्रकाश शर्मा ने बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली. वह जबलपुर की पश्चिम विधानसभा सीट की टिकट की दावेदारी भी कर रहे हैं. चर्चा है कि वेद प्रकाश शर्मा के बीजेपी के कुछ वरिष्ठ नेताओं से पारिवारिक रिश्ते हैं. इसके चलते उन्हें विधानसभा की टिकट मिल भी सकती है. बीते लगभग 1 साल से वेद प्रकाश शर्मा जबलपुर की पश्चिम विधानसभा में कई सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल भी हो रहे हैं. लेकिन अब उनकी राह में कांटे भी बिछ रहे हैं.
ट्रांसफर के बाद भी शस्त्र लाइसेंस बनाया : दरअसल, राजनीति इतनी आसान नहीं होती. जैसे ही वेद प्रकाश शर्मा ने राजनीति में पैर पसारना शुरू किया, वैसे ही आरोपों का सिलसिला भी शुरू हो गया. नरसिंहपुर करेली के रहने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट रमाकांत कॉलोनी ने वेद प्रकाश पर आरोप लगाया है कि कलेक्टर रहते हुए उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए ट्रांसफर के बाद एक शस्त्र लाइसेंस बनाया था. रमाकांत का आरोप है कि उन्होंने ऐसे 100 लोगों को शस्त्र लाइसेंस जारी किए, जिनमें आपराधिक रिकॉर्ड थे. रमाकांत कौरव ने इस शिकायत को लोकायुक्त पुलिस को दी थी.
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लोकायुक्त में चल रही जांच : लोकायुक्त पुलिस ने दिसंबर 2022 में इस शिकायत को दर्ज कर लिया था और इस पर जांच भी शुरू कर दी गई, लेकिन अचानक यह मुद्दा सुर्खियों में आया. वहीं वेद प्रकाश शर्मा का कहना है कि जैसे ही वे राजनीति में आए उन्हें इस बात का अंदाजा था कि विपक्ष उनके खिलाफ कोई षड्यंत्र जरूर रचेगा और यह मामला सामने आ गया. हालांकि वेद प्रकाश इस मामले पर दूसरे सवालों से बचते हुए नजर आए. वेद प्रकाश का कहना है कि यह विपक्ष की चाल है. वहीं, जबलपुर की पश्चिम विधानसभा सीट के ही एक दूसरे भाजपा नेता भी सोशल मीडिया के जरिए वेद प्रकाश के कार्यकाल के दौरान हुए घोटालों का जिक्र कर रहे हैं.