जबलपुर। शहर में एक बार फिर तेंदुए ने दहशत खड़ी कर दी है. इस बार तेंदुआ मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के जज बंगले में देखा गया है. एक वायरल वीडियो सामने आ रहा है, जिसे देखकर संभावना जताई जा रही है कि किसी रात के ड्यूटी में किसी संतरी ने बनाया है. जबलपुर के डुमना रोड पर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के बाद मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के चार जजों के बंगले हैं.
इन बंगलो के बाद खमरिया का जंगल शुरू हो जाता है. जो लगभग 5 से 6 किलोमीटर है. यहां बीच में फैक्ट्री की दीवाल है. बाकी, लगभग 5 किलोमीटर लंबा घना जंगल है. इस जंगल में तेंदुओं की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. 2 साल पहले वन विभाग के सूत्रों ने बताया था कि लगभग यहां 15 तेंदुए हैं. आज की स्थिति में इनकी तादाद और ज्यादा बढ़ गई है. यह आए दिन डुमना रोड पर दिखने लगे हैं.
वीडियो में नजर आ रहा तेंदुआ: जज बंगले के भीतर तेंदुए की आमद को लेकर है जो वीडियो सामने आया है, उसमें एक वयस्क तेंदुआ स्पष्ट नजर आ रहा है. इसकी लंबाई लगभग चार फीट है और यह लगभग 2 फीट ऊंचा है. यह लगभग 1 मिनट तक इस बरामदे में खड़ा रहा. भीतर बैठे किसी शख्स ने मोबाइल से यह वीडियो बनाया है. इन बंगलो की सुरक्षा व्यवस्था जबलपुर पुलिस के पास है. जबलपुर पुलिस के अधिकारी अक्षय कश्यप का कहना है कि बंगलो की सुरक्षा चाक चौबंद है और यहां 24 घंटे पुलिस तैनात रहती है.
पुलिस ने क्या बताया है: पुलिस अधिकारी का मानना है कि इस इलाके में अक्सर तेंदुए आते जाते रहते हैं. अब तक इन्होंने किसी पर हमला नहीं किया है. तेंदूए इस इलाके में शिकार के लिए आते हैं और यह सामान्य तौर पर कुत्तों का शिकार करते हैं. बंगलों में पाले जाने वाले पालतू कुत्ते इनका सबसे आसान शिकार होते हैं. इसी ताक में यह तेंदुआ इस बंगले में घुसा होगा. हालांकि, थोड़ी देर रुकने के बाद या वहां से भाग गया. पुलिस का कहना है की सुरक्षा में किसी किस्म की कोई कोताही नहीं बरती गई है. तेंदूए इस इलाके के सामान्य प्राणी है, इसलिए इन्हें घातक नहीं माना जा सकता.
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जबलपुर में इसके पहले खमरिया के क्वार्टर्स में तेंदुआ देखा गया था. दिनभर इसकी दहशत रही इसके बाद नयागांव सोसाइटी में भी तेंदुआ वीडियो में रिकॉर्ड हुआ. बीते दिनों घूमने एयरपोर्ट पर एक तेंदुए की मोटर एक्सीडेंट में जान चली गई थी. खमरिया इलाके में ही बीच जंगल में बने क्वार्टर्स में सड़क पर तेंदुए की एक पूरी फैमिली को एक परिवार ने देखा था. सामान्य लोगों के साथ जो घटनाएं घटती है. वह प्रकाश में आ जाती है.
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वह अक्सर तेंदुओं की उपस्थित इस इलाके में महसूस करते हैं. ऐसा लगता है कि तेंदुए आम लोगों के साथ रहना सीख गए हैं. वह केवल छोटे जानवरों को ही अपना शिकार बनाते हैं. लोगों पर हमला नहीं करते.