जबलपुर। मध्यप्रदेश में हालात ऐसे हैं कि बिना रिश्वत के जल्दी कोई काम नहीं होता है. जिसके चलते प्रदेश के कई जिलों से आए दिन रिश्वतखोरी की खबरें सामने आती रहती है. इसके बावजूद भी अधिकारी बाज नहीं आ रहे हैं. इसी कड़ी में ताजा मामला जबलपुर से सामने आया है, जहां आबकारी उपायुक्त कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 के बाबू अशोक जयसवाल को 5 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है और आरोपी से पूछताछ की जा रही है. वहीं, लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई से आबकारी विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
5 हजार रुपये की मांगी थी रिश्वतः जानकारी के अनुसार आबकारी उपायुक्त कार्यालय में पदस्थ आरक्षक रामचरण प्रजापति की ओर से लोकायुक्त एसपी को एक शिकायत दी गई थी. फरियादी ने शिकायत में बताया कि एरियर्स के भुगतान यानी समय वेतनमान की एक लाख रुपये की राशि निकलवाने के एवज में आबकारी सहायक ग्रेड 3 का बाबू अशोक जयसवाल की ओर से 5 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है. शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक की ओर से पूरे मामले में डीएसपी दिलीप झरवड़े ने सत्यापन कराया. मामला सही पाए जाने पर बुधवार को लोकायुक्त की टीम ने फरियादी को आबकारी सहायक ग्रेड 3 के बाबू को 5 हजार रुपये देने के लिए कार्यालय पहुंचे, जैसे ही फरियादी रामचरण प्रजापति ने रिश्वत की रकम बाबू अशोक जयसवाल को दी, तभी पीछे से टीम ने दबिश देते हुए बाबू को हिरासत में ले लिया. फिलहाल लोकायुक्त द्वारा की गई कार्रवाई के बाद आबकारी विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
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रिश्वत लेते हुए बाबू गिरफ्तारः इस मामले पर निरीक्षक लोकायुक्त स्वप्निल दास ने बताया कि फरियादी की ओर से लोकायुक्त पुलिस में आबकारी सहायक ग्रेड 3 बाबू के खिलाफ रिश्वत लेने की शिकायत दर्ज कराई गई थी. इस पर कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी बाबू को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है.