जबलपुर। सेना के शहीद जवानों के प्रति देशवासियों में सम्मान का भाव जागृत करने व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सहित अन्य अभियानों को रफ्तार देने के लिए एक शख्स देशभर के भ्रमण पर निकला है. ये शख्स महाराष्ट्र के नागपुर में मल्लिक के रहने वाले 55 वर्षीय दिलीप भरत मलिक हैं, जो देश की आन बान और शान के प्रतीक तिरंगा को साइकिल पर लहराते हुए कश्मीर से कन्याकुमारी की यात्रा कर रहे हैं. करीब 50 हजार किलोमीटर की यात्रा पर निकले दिलीप भरत मलिक जबलपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए अपने अनुभव साझा किया.
4 चरणों में की साइकिल की सवारीः बता दें दिलीप भरत मलिक ने 26 जनवरी 2022 को साइकिल से सफर शुरू किया. दिलीप 4 चरणों में साइकिल की सवारी कर रहे हैं और पूरे देश का भ्रमण कर रहे हैं. पहले चरण में उन्होंने 21,000 किलोमीटर की यात्रा की फिर उसके बाद 11,000 किलोमीटर का दुर्गम सफर तय किया, तीसरे चरण में 9,000 किलोमीटर और चौथे चरण में 8,000 किलोमीटर के सफर का लक्ष्य तय किया है. दिलीप भरत मलिक पिछले कई माह से इसी तरह साइकिल से देश भर का भ्रमण कर रहे हैं. यात्रा के दौरान वे देश के शहीद जवानों के प्रति सम्मान का भाव जागृत करने, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देने, नशा मुक्त समाज के साथ स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरुक कर रहे हैं.
इन राज्यों में कर चुके हैं यात्राः नागपुर के मल्लिक से अपने सफर का आगाज करने वाले दिलीप भरत मलिक अब तक महाराष्ट्र के नागपुर से झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, जम्मू कश्मीर सहित कई राज्यों में जा चुके हैं. साइकिल राइडर दिलीप की हसरत है कि उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और लिम्का बुक में भी दर्ज हो इसीलिए वे न केवल कई शहरों का दो-दो बार यात्रा कर रहे हैं, बल्कि ऐसे रूट का भी चयन कर रहे हैं जिन पर सफर करना भविष्य में किसी के लिए भी चुनौतीपूर्ण हो.