जबलपुर। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) की गाइडलाइन है कि मूर्ति विसर्जन के बाद उस कुंड का ना सिर्फ पानी खाली करना होगा, बल्कि कुंड की सफाई भी करनी होगी. लेकिन केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के निर्देश को जबलपुर नगर निगम भूल गया है. आलम यह है कि नगर निगम के द्वारा बनाए गए कुंड में न सिर्फ चारों तरफ गंदगी पसरी हुई है, बल्कि यहां का पानी भी जहरीला हो गया है.
नर्मदा किनारे बनाया गया विसर्जन कुंड
केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के निर्देश पर नगर निगम जबलपुर ने शहर भर की भगवान गणेश और माता जी प्रतिमाओं को विसर्जन करने के लिए भिटौली घाट में कुंड बनवाया है. इस कुंड में हाल ही में माता का विसर्जन हुआ है. नियमानुसार माता का विसर्जन होने के बाद कुंड का पानी खाली कर इसकी सफाई होना चाहिए. लेकिन आज 14 दिन बीत जाने के बाद भी नगर निगम ने इस कुंड की सुध नहीं ली. आज इस कुंड का पानी जहरीला हो चुका है, कुंड के चारो तरफ गंदगी पसरी हुई है.
गंदे पानी से फैल रहा डेंगू मलेरिया
जहां पर नगर निगम ने मूर्ति विसर्जन के लिए कुंड बनाया है, उस कुंड के आसपास बस्ती बसी हुई है. जहां की हजारों लोग रहते है. ऐसे में कुंड के गंदे पानी में पनप रहे मच्छर रहवासियों के लिए जानलेवा साबित हो रहे है. लेकिन नगर निगम फिर भी इस मामले में सूध नहीं ले रहा है.