जबलपुर: ट्रैफिक को सुधारने के लिए स्मार्ट सिटी योजना के तहत करोड़ों रुपए की लागत का कंट्रोल रूम बनाया गया था. इस कंट्रोल रूम में शहर के एक दर्जन चौराहों पर लगे अत्याधुनिक हाई रेजोल्यूशन कैमरा का आउटपुट मिलता है. इसके साथ ही इस कंट्रोल रूम के जरिए इन चौराहों पर अनाउंसमेंट भी किया जा सकता है. सामान्य तौर पर इस व्यवस्था का उपयोग ट्रैफिक को ठीक करने और ट्रैफिक का पालन ना करने वाले लोगों के खिलाफ चालान बनाने के लिए किया जाता था.
यहां पर पहले जो स्टाफ लोगों के चालान काटता था वह अब लोगों की समस्याएं सुन रहा है. यहीं से लगभग 15 फोन लाइनों, कैमरों के जरिए लगातार अपडेट किया जा रहा है. जिन लोगों के पास खाने पीने की व्यवस्था नहीं है उन्हें भी यहीं से खाना भी मुहैया करवाया जा रहा है. इसके साथ ही जो लोग घर में दवाई पहुंचाने के लिए फोन लगा रहे हैं उन्हें भी यहीं से दवाई मुहैया करवाई जा रही है.
जबलपुर शहर के सांसद राकेश सिंह और जबलपुर के पूर्व महापौर प्रभात साहू और मध्य प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य राज्यमंत्री शरद जैन ने इस पूरी व्यवस्था का जायजा लेने के लिए कंट्रोल कमांड सेंटर का दौरा किया. राकेश सिंह ने जबलपुर प्रशासन की व्यवस्थाओं की सराहना की है.