ETV Bharat / state

बिल पास करने के एवज में मांग रहा था 20 हजार की रिश्वत, लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा

जबलपुर लोकायुक्त ने सिहोरा नगर पालिका परिषद में रिश्वत लेते एक कर्मचारी को परड़ा है. आरोपी कर्मचारी बिल पास करने के एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत ले रहा था.

author img

By

Published : Oct 22, 2021, 6:31 PM IST

रिश्वत लेते का आरोपी संतोष दहिया
रिश्वत लेते का आरोपी संतोष दहिया

जबलपुर। लोकायुक्त पुलिस ने सिहोरा नगर पालिका परिषद में छापा मारते हुए सहायक ग्रेड 3 कर्मचारी को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. कर्मचारी ने बिल पास करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी. इसकी शिकायत फरियादी ने जबलपुर लोकायुक्त से की थी. इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने ट्रैप करके नगर पालिका परिषद में पदस्थ कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.

बिल पास करने के एवज में मांग रहा था 20 हजार की रिश्वत, लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा

2 साल नहीं कर रहा था बिल पास

शिकायतकर्ता देवेंद्र साहू नगर पालिका परिषद में सप्लाई का काम करता था. देवेन्द्र ने बताया कि "नगर पालिका में हैंडपंप और नल से संबंधित कामों को मुझे ही दिया जाता था. करीब 2 साल से मेरा लाखों का बिल नगर पालिका परिषद में रुका हुआ था. इन्हीं बिल को पास करने के लिए नगर पालिका कर्मचारी संतोष दहिया 5% के हिसाब से 35 हजार रुपए का कमीशन मांग रहा था."

रिश्वत लेते का आरोपी संतोष दहिया
रिश्वत लेते का आरोपी संतोष दहिया

फरियादी पहले दे चुका है 5 हजार रुपए

संतोष दहिया लगातार देवेंद्र साहू को कमीशन देने के लिए परेशान कर रहा था. इसकी शिकायत फरियादी ने जबलपुर लोकायुक्त से की थी. इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने नगर पालिका कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ने की तैयारी की. फरियादी ने बताया कि वह आरोपी को पहले ही 5 हजार रुपए का भुगतान कर चुका है, दूसरी किश्त के रूप में वह 20 हजार रुपए दे रहा था.

पंकजा मुंडे ने इंदौर में भगवान हनुमान का लिया आशीर्वाद, खंडवा पहुंचकर बीजेपी प्रत्याशी के लिए किया चुनाव प्रचार

पहले भी निलंबित हो चुका है संतोष दहिया

इधर नगर पालिक का कर्मचारी संतोष दहिया पहले भी इस तरह के कामों के चलते निलंबित हो चुका है. एक महीने पहले ही काम में लापरवाही बरतने और लोगों से पैसों की डिमांड करने के चलते CMO ने उसे निलंबित कर स्थापना विभाग में अटैच कर दिया था. लेकिन फिर भी संतोष दहिया इस तरह के काम करने से बाज नहीं आ रहा था.

जबलपुर। लोकायुक्त पुलिस ने सिहोरा नगर पालिका परिषद में छापा मारते हुए सहायक ग्रेड 3 कर्मचारी को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. कर्मचारी ने बिल पास करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी. इसकी शिकायत फरियादी ने जबलपुर लोकायुक्त से की थी. इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने ट्रैप करके नगर पालिका परिषद में पदस्थ कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.

बिल पास करने के एवज में मांग रहा था 20 हजार की रिश्वत, लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा

2 साल नहीं कर रहा था बिल पास

शिकायतकर्ता देवेंद्र साहू नगर पालिका परिषद में सप्लाई का काम करता था. देवेन्द्र ने बताया कि "नगर पालिका में हैंडपंप और नल से संबंधित कामों को मुझे ही दिया जाता था. करीब 2 साल से मेरा लाखों का बिल नगर पालिका परिषद में रुका हुआ था. इन्हीं बिल को पास करने के लिए नगर पालिका कर्मचारी संतोष दहिया 5% के हिसाब से 35 हजार रुपए का कमीशन मांग रहा था."

रिश्वत लेते का आरोपी संतोष दहिया
रिश्वत लेते का आरोपी संतोष दहिया

फरियादी पहले दे चुका है 5 हजार रुपए

संतोष दहिया लगातार देवेंद्र साहू को कमीशन देने के लिए परेशान कर रहा था. इसकी शिकायत फरियादी ने जबलपुर लोकायुक्त से की थी. इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने नगर पालिका कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ने की तैयारी की. फरियादी ने बताया कि वह आरोपी को पहले ही 5 हजार रुपए का भुगतान कर चुका है, दूसरी किश्त के रूप में वह 20 हजार रुपए दे रहा था.

पंकजा मुंडे ने इंदौर में भगवान हनुमान का लिया आशीर्वाद, खंडवा पहुंचकर बीजेपी प्रत्याशी के लिए किया चुनाव प्रचार

पहले भी निलंबित हो चुका है संतोष दहिया

इधर नगर पालिक का कर्मचारी संतोष दहिया पहले भी इस तरह के कामों के चलते निलंबित हो चुका है. एक महीने पहले ही काम में लापरवाही बरतने और लोगों से पैसों की डिमांड करने के चलते CMO ने उसे निलंबित कर स्थापना विभाग में अटैच कर दिया था. लेकिन फिर भी संतोष दहिया इस तरह के काम करने से बाज नहीं आ रहा था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.