जबलपुर। हाई कोर्ट के जज द्वारा पेट्रोल पंप में चोरी पकड़ने के बाद जिला प्रशासन नींद से जागा है. जिला प्रशासन अब जिले के सभी पेट्रोल पंप की जांच करेगी. लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले पेट्रोल पंपों के खिलाफ सख्ती करने की तैयारी कर ली गई है. बता दें कि हाईकोर्ट के एक जज के साथ शहर के सिसिल लाइन्स इलाके के पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी की कोशिश हुई थी. 50 लीटर के पेट्रोल टैंक वाली गाड़ी में 57 लीटर भरने की बिलिंग हुई तो जज ने खुद ही इस जालसाजी को पकड़ा था. इसके बाद पेट्रोल पंप पर हड़कंप मच गया था.
पेट्रोल-डीजल की गुणवत्ता भी जांचेंगे : जज की फटकार के बाद हरकत में आए जिला प्रशासन और खाद्य विभाग की टीमों ने पेट्रोल पंप को सील कर दिया. इसके बाद शहर के तमाम पेट्रोल पंपों को जांच के दायरे में ले लिया गया है. कलेक्टर ने बाकायदा इसके लिए आदेश जारी कर पेट्रोलियम कंपनियों के साथ ही 4 सदस्यीय टीम का गठन किया है. ये टीम जबलपुर शहर के के पेट्रोल पंपों की जांच करने के साथ ही गुणवत्ता और गलत बिलिंग का भी परीक्षण करेगी. खाद्य और नागरिक आपूर्ति और नापतौल विभाग के साथ पेट्रोलियम कंपनियों की संयुक्त टीमें शहर के किसी भी पेट्रोल पंप पर दबिश देकर वहां की गड़बड़ियों का पता लगाएंगी.
हाई कोर्ट जज ने पकड़ी पेट्रोल चोरी, 50 लीटर टैंक वाली कार में डाल दिया 57 लीटर पेट्रोल
दो अन्य पेट्रोल पंपों पर कार्रवाई : गौरतलब है कि गुरुवार को हाई कोर्ट जज ने शहर के जाने-माने उद्योगपति और नकली रेमडेसीविर इंजेक्शन की सप्लाई के मामले में आरोपी रहे सरबजीत सिंह मोखा के पेट्रोल पंप में पेट्रोल की चोरी पकड़ी थी. खाद्य एवं आपूर्ति कमलेश तांडेकर का कहना है कि सभी पेट्रोल पंपों की जांच ठीक जाएगी. हाई कोर्ट जज के साथ हुई पेट्रोल चोरी की घटना के बाद जिला प्रशासन की टीमों ने दो अन्य पेट्रोल पंपों पर भी कार्रवाई की है, जहां से सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है. बता दें कि ये बात किसी से छिपी नहीं है कि पेट्रोल पंपों पर तौल में व्यापक स्तर पर गड़बड़ी की जाती है.