जबलपुर। कोतवाली पुलिस ने एक सिरफिरे चोर को पकड़ा है चोर का नाम भारत उर्फ मुकेश दुबे है. मुकेश दुबे बीते दिनों एक सीसीटीवी कैमरे में चोरी करते हुए रिकॉर्ड हो गया था. उस दौरान यह बदमाश पूरी तरह से नंगा था. इसके बाद से ही पुलिस इस नंगे चोर को पकड़ने के लिए तलाश कर रही थी.कई दिनों तक मुखबिरों की सूचना के बाद यह नंगा चोर पुलिस के हाथों आ गया. इस बदमाश की दूसरी खासियत थी कि वह केवल मंदिरों में ही चोरी करता था. पुलिस ने मुकेश दुबे से मंदिर में चोरी की हुई चीजें बरामद की हैं.
सीसीटीवी में कैद हुआ नंगा चोर: कुछ दिन पहले कोतवाली इलाके में कुछ लोगों ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके मंदिर में चोरी हुई है और सीसीटीवी में एक चोर नजर आ रहा है जो पूरी तरह से नंगा है. इस चोर ने मंदिर के छत्र और दूसरी धातुओं के बनी हुए भगवान की मूर्तियों को चुरा लिया था. जिसके बाद से ही पुलिस आरोपी को तलाश कर रही थी.
पूरे शरीर में तेल लगाता था: मुखबिर की सूचना के बाद मुकेश पकड़ा गया. पुलिस ने मुकेश को हिरासत में लिया और उससे पूछा कि आखिर वह पूरी तरह से नग्न होकर चोरी क्यों करता था. तो उसने बताया कि चोरी करने के पहले वह अपने पूरे कपड़े उतारता था और पूरे शरीर पर तेल लगा लेता था. यह चोरी करने का बहुत पुराना तरीका है. पहले चोर इसी तरीके से चोरियां करते थे. इसमें यदि चोर को कोई पकड़ भी लेता है तो उसको भागने में आसानी होती है. इसलिए वह जब भी चोरी करता था तो वह पूरे कपड़े उतार कर शरीर पर तेल लगा लेता था.
आदतन अपराधी: कोतवाली पुलिस के प्रभारी राजेश सिंह ने मुकेश दुबे के बारे में पड़ताल की तो पता लगा कि यह हत्या के एक मामले में भी आरोपी रहा है और सजा भी काट कर आया है. यह आदतन बदमाश है. इसके अलावा भी मुकेश दुबे के ऊपर हत्या का प्रयास, बलवा, लूट जैसे गंभीर अपराधों के मुकदमे भी पहले से दर्ज हैं. इसलिए चोरी करके ही यह अपना गुजारा कर रहा था. इसने दूसरी कई चोरियां भी कबूल की हैं. पुलिस ने मुकेश दुबे से चोरी का सामान बरामद किया है और उसे जेल भेज दिया है.
मंदिर में चोरी करना सबसे आसान: कोतवाली थाने के थाना प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि ''मुकेश दुबे ने हमेशा अपनी चोरियों में मंदिरों को ही निशाना बनाया. मंदिर में चोरी करना सबसे आसान काम होता है. खुले समय में जब मंदिर में पूजा पाठ होती है, उसी दौरान चोर मंदिर को अच्छे से देख लेता है और उसे चोरी करने के सामान भी नजर आ जाते हैं. अब उसे सिर्फ इंतजार होता है कि जब मंदिर पूरी तरह से बंद हो जाए और मंदिर में कोई ना हो तब वह आसानी से वहां चोरी कर सकता है. मुकेश ने ऐसे ही कई मंदिरों को निशाना बनाया.''