जबलपुर। हज यात्रा के नाम पर हुई धोखाधड़ी की शिकायत करते हुए पीड़ित ने आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) के अधिकारियों से गुहार लगाई. मार्च 2016 में जबलपुर सहित प्रदेश के अन्य 121 यात्री टूर एजेंट की धोखाधड़ी का शिकार हुए थे. मुंबई एयरपोर्ट में पासपोर्ट-वीजा का इंतजार कर रहे 121 यात्रियों को आखिरकार बगैर यात्रा के वापस अपने घर लौटना पड़ा. 14 मार्च 2016 को बालाघाट के तत्कालीन एसपी गौरव तिवारी के पास पहुंचे.
पुलिस ने दर्ज किया था केस : पीड़ित यात्रियों की शिकायत पर कोतवाली थाना पुलिस ने भादवि की धारा 420, 406, 409 के तहत अपराध दर्ज किया था. धर्म के नाम पर 50 लाख रुपए की ठगी करने वाले अल्ताफ खेरानी को 17 मार्च की रात 9 बजे गुजरात के आनंद जिले से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने जांच करते हुए आरोपी अल्ताफ के बैंक खाते में करीब 50 लाख रुपए होना पाया था. जबलपुर, बालाघाट, गोंदिया, मंडला एवं शहडोल जिले के हज यात्रियों को जनवरी 2016 में अहमदाबाद निवासी अल्ताफ खेरानी ने झांसा देते हुए बताया कि 35 हजार रुपए प्रति व्यक्ति में हज-उमरा कराएगा.
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अब ईओडब्लू ने जांच शुरू की : लोगों के सपंर्क में आए अल्ताफ ने पासपोर्ट-वीजा सहित मुंबई एयरपोर्ट से सबको हवाई जहाज में बैठाने से लेकर वापसी में घर तक पहुंचाने की बात कही. जनवरी में हुई इस प्रक्रिया में 121 लोगों ने 10 मार्च को हज जाने के लिए अल्ताफ को 50 एवं 55 हजार रुपए दिए. 9 मार्च को सभी यात्री मुंबई एयरपोर्ट पहुंचकर पासपोर्ट-वीजा के लिए अल्ताफ का इंतजार करने लगे. अल्ताफ के एयरपोर्ट न पहुंचने पर उसके मोबाइल पर संपर्क किया गया तो वह बंद मिला. फिलहाल ईओडब्ल्यू की टीम ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. (Jabalpur cheating case) (cheating conducting Haj) (EOW started investigation)