जबलपुर। धनवंतरी नगर की पुलिस ने मुकेश दुबे सहित 2 अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. मुकेश दुबे पर आरोप है कि उसने नशे की हालत में फायरिंग की थी. मुकेश दुबे और 2 अन्य खुद को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बता रहे हैं. पुलिस ने मुकेश दुबे के खिलाफ लाइसेंसी बंदूक के दुरुपयोग और शराब के नशे में उत्पात मचाने का मामला दर्ज किया है.
सत्ता के नशे में चूर भाजपा कार्यकर्ता: भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सत्ता के नशे में चूर हैं. सीधी में एक सीधे-साधे आदिवासी के ऊपर भारतीय जनता पार्टी के मदहोश कार्यकर्ता ने पेशाब कर दी थी. इधर, जबलपुर में प्रियांशु विश्वकर्मा नाम के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ने एक लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी थी. अब भारतीय जनता पार्टी के ही एक कार्यकर्ता मुकेश दुबे सहित तीन कार्यकर्ताओं ने सत्ता के नशे में चूर होकर शराब पीकर सरेआम बंदूक चलाते नजर आए.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने की फायरिंग: मुकेश दुबे कटंगी के सरपंच रहे हैं और लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं. लेकिन जब उन्होंने शराब पीकर सरेआम फायरिंग करना शुरू किया तो धनवंतरी नगर में दहशत फैल गई. आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मुकेश दुबे और 2 अन्य लोगों को हिरासत में लिया और उसके कब्जे से एक रिवाल्वर जब्त की. हालांकि मुकेश दुबे का कहना है कि यह उनकी लाइसेंसी रिवाल्वर है लेकिन वह पूरी तरह लोडेड थी और उसमें से एक कारतूस चल भी चुका था.
भाजपा कार्यकर्ता की सफाई: मुकेश ने बताया कि ''वह सत्यम चक्रवर्ती नाम के अपने एक दोस्त के जन्मदिन से लौट रहे थे. इसी दौरान उनसे गलती से बंदूक चल गई.'' वहीं, धनवंतरी नगर थाने के सब इंस्पेक्टर सतीश झारिया ने बताया कि ''फायरिंग की सूचना मिली थी. मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.''
दहशत में आम आदमी: सत्ता का नशा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के सिर चढ़कर बोल रहा है और इसके उदाहरण पूरे प्रदेश में देखने और सुनने को मिल रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी ने यदि अपने कार्यकर्ताओं को नियंत्रण में नहीं रखा तो जनता इनका नशा उतार देगी. भले ही मुकेश दुबे की बंदूक से निकली हुई गोली किसी को ना लगी हो लेकिन आम आदमी के दिल में इस दहशत का गहरा असर होता है और आम आदमी अपना बदला वोट देकर ही ही लेता है.